पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है। भाजपा ने यहाँ आठ चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्टार प्रचारकों में शुमार योगी आदित्यनाथ की दो दर्जन सभाएं और रोड शो कराने की तैयारी की है। इसी कर्म में योगी आदित्यनाथ ने 2 मार्च को पश्चिम बंगाल के मालदा में चुनावी रैली की लेकिन उनकी रैली के बाद सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में योगी आदित्यनाथ की रैली में भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को पैसे बांटने पड़े।
सोशल मीडिया में एक यूजर ‘यादव सेना चीफ’ ने वीडियो साझा करते हुए लिखा कि अब समझ में आया कि नोटबन्दी का रुपया कहाँ जा रहा है, ऐसे ही नहीं भाजपा हर जिले में 5 सितारा कार्यालय बनवा रही है। कहीं एमपी, एमएलए खरीद रही है तो कहीं न्यूज चैनल। तो कहीं वोट के बदले नोट। देखिए बंगाल भाजपा के लोग रैली के लिए पैसे बांट रहे हैं।
अब समझ में आया कि नोटबन्दी का रुपया कहाँ जारहा.?
ऐसे ही नहीं @BJP4India हर जिले में 5सितारा कार्यालय बनवा रही है.!
कहीं MP, MLA खरीद रही तो कहीं न्यूज़ चैनल तो कहीं वोट के बदले नोट, देखिये @BJP4Bengal के लोग रैली के लिए पैसे बांट रहे हैं।#YSS#बंगाल_चुनाव @MamataOfficial pic.twitter.com/Ec4sPDgwE1— Yadav Sena Chief (मैं भी किसान) (@TheYadavShiv) March 2, 2021
ऐसे ही एक यूजर वीरेंद्र कुमार यादव ने इस वीडियो को साझा किया है। वीरेन्द्र की प्रोफाइल के मुताबिक वो समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं, उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ एक तस्वीर भी अपनी प्रोफाइल कवर पर लगाई है।
इसके अलावा सुधीर यादव, विकास प्रधान नाम के ट्विटर यूजर्स ने भी इसी दावे के साथ इस वीडियो को साझा किया है। ट्विटर के अलावा इस वीडियो को इसी दावे के साथ फेसबुक पर भी साझा किया जा रहा है। फेसबुक यूजर अरुण यादव ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा कि पश्चिम बंगाल में योगी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने देर रात पैसे बाटें, भाजपा का असली चेहरा बंगाल की जनता देख रही है, बंगाल में भाजपा का सूपड़ा साफ होगा। प्रोफाइल के मुताबिक अरुण समाजवादी पार्टी के नेता है।
क्या है हकीकत?
सोशल मीडिया में वायरल इस वीडियो में नजर आ रहा है कि वीडियो में मोटरसाइकिल पर कुछ लोग कतार में निकलते दिख रहे हैं, जबकि वहां मौजूद कुछ आदमी हर बाइक वाले को एक लिफाफा देते नजर आ रहे हैं। वीडियो को ध्यान से देखने पर एक शख्स की टी-शर्ट के पीछे “अबकी बार 65 पार” लिखा नजर आया। पड़ताल पर पता चला कि 2019 में झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान ये नारा भाजपा ने दिया था। झारखंड भाजपा के फेसबुक पेज पर सितम्बर 2019 के साझा किए गए एक होर्डिंग में यही नारा दिखाई देता है। इससे इस बात की तो पुष्टि हो जाती है कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं बल्कि झारखंड का है।
इसके बाद झारखंड की खबरों को प्रमुखता देने वाले मीडिया प्लेटफार्म खंगालने पर यही वीडियो ‘Ranchi Live’ नाम के फेसबुक पेज पर मिलता है। इस वीडियो को 19 अक्तूबर 2019 को अपलोड किया गया है। “Ranchi Live” ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था कि झारखंड मुख्यमंत्री (पूर्व) रघुवर दास की धनबाद रैली में भीड़ जुटाने के लिए दो-दो सौ रुपये बांटे गए थे।
एक समाचार बेबसाईट ‘News wing’ ने इस वीडियो के सम्बन्ध में खबर को प्रकाशित करते हुए लिखा है कि भाजपा ने सीएम की जोहार जन आशीर्वाद रैली को सफल बनाने के लिए धनबाद में लाखों रुपये बांटे हैं। भाजपा की ओर से रुपये बांटने का एक वीडियो बुधवार देर रात से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
निष्कर्ष: पड़ताल में यह स्पष्ट है कि दो सौ रुपये लेकर योगी आदित्यनाथ की पश्चिम बंगाल की रैली में भीड़ जुटाने का भ्रामक दावा किया जा रहा है, जबकि यह वीडियो एक साल से ज्यादा पुराना है। साथ ही वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं, झारखंड का है। हालाँकि वायरल वीडियो में पैसे दिए गए या नहीं, इस बात की पुष्टि Fact Myths नहीं करता।