सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी संसद का एक वीडियो काफी साझा किया जा रहा है। इस वीडियो के साथ दावा किया गया है कि कुछ सांसदों ने ‘मोदी मोदी’ के नारे लगाए हैं। पाकिस्तानी संसद के इस वीडियो को भारतीय मीडिया चैनल ने भी इसी दावे के साथ दिखाया है।
क्या है मामला?
हिंदी समाचार चैनल इंडिया टीवी ने 28 अक्टूबर, 2020 को एक वीडियो ट्विट कर बताया कि पाकिस्तान की संसद में ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए हैं। इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ़ रजत शर्मा ने कहा कि आज मैं सबसे पहले आपको पाकिस्तान के पार्लियामेंट की कुछ तस्वीरें दिखाना चाहता हूं और पाकिस्तान के पार्लियामेंट में जो कुछ हुआ, वो सुनाना चाहता हूं। आप भी हैरान हो जायेंगे। वहां नरेन्द्र मोदी को लेकर जो नारे लगाए गए, उन्हें सुनकर मैं भी एक बार हैरत में पड़ गया था।
रजत शर्मा ने आगे कहा कि पहले तो मुझे लगा ऐसा कैसे हो सकता है? पाकिस्तान का पार्लियामेंट और मोदी के नाम के नारे, ये कैसे हो सकता है? कौन लगाएगा, और क्यूं लगाएगा? तो मैंने पाकिस्तान की पार्लियामेंट में इस कार्यवाही के वीडियो को कई बार देखा और फिर पाकिस्तान में मौजूद कई लोगों से इसे कन्फ़र्म किया और ये हकीकत सामने आई कि पाकिस्तान की पार्लियामेंट में नरेन्द्र मोदी को कई बार याद किया गया। उनके नाम पर कई बार नारे लगे। पाकिस्तान की पार्लियामेंट में सुनाई दिया, ’जो मोदी का यार है वो पाकिस्तान का गद्दार है।”
न्यूज़ नेशन चैनल के कंसल्टिंग एडिटर दीपक चौरसिया ने इंडिया टीवी के वीडियो का कुछ हिस्सा ट्विट करते हुए लिखा, “लो भाई पाकिस्तान की संसद में लगे मोदी-मोदी के नारे। अभी तो यह झांकी है लाहौर कराची बाक़ी है।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने इंडिया न्यूज के वीडियो को साझा करते हुए लिखा कि पाकिस्तान की संसद में ‘मोदी मोदी’ की गूंज। पाकिस्तान के विदेश मंत्री के सामने पाक संसद में मोदी मोदी का नारा यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री मोदी जी को लेकर पाकिस्तान में कितना डर है। इसके अलावा भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा, भाजपा नेता अकरम शाह, शहज़ाद पूनावाला, न्यूज बेबसाईट ऑपइंडिया सहित कई लोगों इसी दावे के साथ पाकिस्तानी संसद का वीडियो साझा किया है।
क्या है सच्चाई?
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो से संबंधित ‘The Dawn’ की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी नैशनल असेंबली ने सर्वसम्मत्ति से विवादित कार्टून के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया।खबर के मुताबिक, ‘फ्रांस में विवादित कार्टून छपने के खिलाफ सोमवार को नैशनल असेंबली ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया। शुरुआत में सत्तादल और विपक्षियों के बीच काफी बहस हुई क्योंकि वे अलग-अलग प्रस्ताव पारित करवाना चाहते थे। पीएमएल-एन के ख्वाजा आसिफ ने सरकार की आलोचना की थी। इसके बाद कुरैशी ने एक और प्रस्ताव पढ़ा लेकिन विपक्षी प्रस्तावों पर वोटिंग की मांग करने लगे। हालांकि बाद में एक ही प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ।’
‘The Dawn’ की इस खबर से स्पष्ट है कि पाकिस्तानी संसद में ‘मोदी मोदी’ नहीं, वोटिंग-वोटिंग के नारें लगाए गए हैं। पाकिस्तानी संसद के इस वीडियो को पब्लिक न्यूज नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है। एक घंटे, 34 मिनट का यह वीडियो 26 अक्टूबर को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में हुई बहस का है। इसी वीडियो के एक हिस्से को काटकर अब ट्विटर पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी संसद में ईशनिंदा के ख़िलाफ़ एक प्रस्ताव पारित करना चाहते थे लेकिन विपक्ष के कुछ सदस्यों ने इसी वक्त ‘वोटिंग-वोटिंग’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। वीडियो में 13 मिनट, 26 सेकंड पर सदन के स्पीकर जैसे ही शाह महमूद कुरैशी को बोलने के लिए आमंत्रित करते हैं ‘वोटिंग-वोटिंग’ के नारे लगने लगते हैं। वीडियो में कुछ ही वक़्त में वोटिंग की बात और भी स्पष्ट हो जाती है क्यूंकि इसके तुरंत बाद स्पीकर कहते हैं, “वोटिंग, सब कुछ होगा, सब कुछ होगा, सब्र रखें आप। इसके बाद शाह महमूद भी 13 मिनट 45 सेकंड पर कहते हैं, “वोटिंग ऐसे थोड़ी ही होती है।” अब इन्ही नारों को भारतीय मीडिया ‘मोदी-मोदी’ बताकर चला रहा है।
सांसदों के वोटिंग वोटिंग के नारों के जवाब में इसके बाद 17 मिनट 50 सेकंड पर विदेश मंत्री गुस्से में कहते हैं, पाकिस्तान के गद्दारों को मुत्तलाजा कौन बना रहा है? हिंदुस्तान की बोलियां कौन बोल रहा है? पाकिस्तान के वफ़ादार को नुकसान कौन पहुंचा रहा है? आज जनाबे स्पीकर बलूचिस्तान में खड़े होकर इनके प्लेटफ़ॉर्म से बलूचिस्तान की आज़ादी के नारे लगे, शर्म आनी चाहिए तुम्हें। तुम पाकिस्तान की बात करते हो आज मुझे लगता है और मुझे कहने दीजिये नरेन्द्र मोदी की रूह इसमें मुन्तक़िल हो गयी है। इसके बाद 21 मिनट, 50 सेकेण्ड पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री के बोलने को दौरान बैकग्राउंड में मोदी का जो यार है गद्दार है गद्दार है, बिकने को जो तैयार है, गद्दार है गद्दार है जैसे नारे लगने लगते हैं।
निष्कर्ष: इससे स्पष्ट है कि विदेशी मंत्री ने जरुर मोदी का जिक्र किया है, बैकग्राउंड में भी नारेबाजो हुई है लेकिन भारतीय मीडिया चैनल ने जिस हिस्से को मोदी मोदी की नारेबाजी बताया है, दरअसल वो मोदी-मोदी नहीं बल्कि ‘वोटिंग-वोटिंग’ के नारे लगाए जा रहे थे। सोशल मीडिया में किया गया दावा फर्जी है।