Breaking
24 Dec 2024, Tue

फेक न्यूज: भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा कोरोना पॉजिटिव नहीं हैं

 

देश में कोरोना संक्रमण के बीच सोशल मीडिया में भाजपा नेता और मध्यप्रदेश के भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा को कोरोना पॉजिटिव बताया जा रहा है। हालाँकि उनके पीआरओ ने इस खबर का खंडन किया है।


शिवसेना के मुखपत्र ने ‘गोमूत्र लेने से नहीं होता कोरोना, साध्वी प्रज्ञा की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती’ शीर्षक से एक आर्टिकल प्रकाशित किया है। सामना ने लिखा है कि बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह को सांस लेने में तकलीफ की वजह से मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया।’

एक ट्विटर यूजर जुल्फिकार अहमद ने लिखा, ‘वही प्रज्ञा ठाकुर जो गौमूत्र पीकर अपना ईलाज कर रही थीं और दूसरों को भी गोमूत्र पीने को कह रही थी। चेलेंज कर रही थी मुझे कोरोना छू भी नहीं सकता। उस को एयरलिफ़्ट करके मुम्बई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया कॅरोना के इलाज के लिए। वहां उसे सांड का दूध पिलायेंगे?’ 

एक यूजर अकील अहमद ने लिखा, ‘प्रज्ञा ठाकुर उर्फ़ साध्वी जी, हाँ वही जिन्होंने कहा था कि गोमूत्र से कोरोना समाप्त होता है। अब कोरोना पीड़ित होकर सीरियस हैं और इन्हें विदेशी उड़न खटोले से मुंबई की कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।’

प्रज्ञा ठाकुर उर्फ़ साध्वी जी ,हाँ वही जिन्होंने कहा था कि गोमूत्र से कोरोना समाप्त होता है ..!अब कोरोना पीड़ित होकर सीरियस हैं और इन्हें विदेशी उड़न खटोले से मुंबई की कोकिलाबेन हस्पताल में भर्ती करवाया गया है ..!

— Syed Aqeel Ahmed (@aqeel261065) May 25, 2021

समाजवादी पार्टी के नेता राजीव राय ने एनडीटीवी की खबर को साझा करते हुए
लिखा है, ‘भक्तों समझ जाओ। गो मूत्र के सेवन का दावा करके अपने फेफड़ों को 
मज़बूत रखने का दावा करने वाली साध्वी को अगले दिन ही साँस लेने में
परेशानी के वजह से एयरलिफ़्ट होकर अस्पताल में भर्ती होना पड़ा’

भक्तों समझ जाओ

गो मूत्र के सेवन का दावा करके अपने फेफड़ों को

मज़बूत रखने का दावा करने वाली साध्वी को अगले दिन ही साँस लेने में परेशानी के वजह से

एयरलिफ़्ट होकर अस्पताल में भर्ती होना पड़ा https://t.co/fsRk8C8W7K

— Rajeev Rai (@RajeevRai) May 24, 2021

अभिनेता नसरुद्दीन शाह के पैरोडी अकाउंट ने लिखा, ‘साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद एम्स हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। लगता है मैडम ने गो-मूत्र की खुराक लेना बंद कर दिया होगा।’ एक ट्विटर यूजर ऋतू ने लिखा, ‘सांस लेने में दिक्कत होने पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर दिल्ली AIIMS में हुईं भर्ती। गाय का गोमूत्र काम नही किया क्या?’

“सांस लेने में दिक्कत होने पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर दिल्ली AIIMS में हुईं भर्ती….
गाय का गोमूत्र काम नही किया क्या.?

— Reetu (@Reetu_13) May 24, 2021

दरअसल सोशल मीडिया में इस दावे को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के गौमूत्र वाले बयान से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने एक सप्ताह पहले कहा था कि रोज़ाना गौमूत्र का अर्क
लेने से फेफड़ों का इंफेक्शन दूर हो जाता है। उन्होंने कहा कि ‘गौमूत्र पीने
से फेफड़ों का इंफेक्शन दूर होता है। मैं खुद भी गौमूत्र अर्क लेती हूं और
इसलिए मुझे अभी तक कोरोना के लिए कोई औषधि नहीं लेनी पड़ी और ना ही मुझे
अभी तक कोरोना हुआ है।’

क्या है हकीकत?

एनडीटीवी पत्रकार अनुराग ने सांसद के पीआरओ के हवाले से ट्विट कर बताया है कि माननीय भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जी पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं एवं अपने भोपाल आवास पर मौजूद हैं। उनके कोविड पॉजिटिव होने की खबर पूर्ण रूप से निराधार एवं झूठी है।

माननीय भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जी पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं एवं अपने भोपाल आवास पर मौजूद हैं। उनके कोविड पोसिटिव होने की खबर पूर्ण रूप से निराधार एवं झूठी है। PRO

— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) May 25, 2021

समाजवादी पार्टी के नेता राजीव राय ने एनडीटीवी की जिस खबर को साझा किया है वो पिछले साल दिसम्बर की है। खबर में इस बात का उल्लेख भी है कि साध्वी
प्रज्ञा को सांस लेने में परेशानी के अलावा ब्लड प्रेशर की भी शिकायत है

उन्हें भर्ती करने से पहले एम्स के डॉक्टरों ने उनका कोविड-19 का टेस्ट
किया, जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है

 

वहीं शिवसेना ने अपने 23 मई के आर्टिकल में जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया है। वो इसी साल 6 मार्च की है, जब साध्वी प्रज्ञा को सांस में तकलीफ की वजह से मुम्बई ले जाया गया था

Madhya Pradesh: Bhopal MP Pragya Singh Thakur taken to Mumbai after she complained of problem in breathing, will be admitted to Kokilaben hospital, according to the MP’s office pic.twitter.com/D6PTlkjeAL

— ANI (@ANI) March 6, 2021

निष्कर्ष: साध्वी प्रज्ञा के कोरोना पॉजिटिव होने का दावा फर्जी है। इलाज के लिए उन्हें मुम्बई ले जाने का मामला दो महीने पुराना है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *