सोशल मीडिया में पर एक पोस्ट तेजी से वायरल है कि फेसबुक पर एक नया नियम लागू होने जा रहा है जिसके जरिए जिसके तहत अब फेसबुक यूजर्स की तस्वीरों का इस्तेमाल कर सकता है। इसमें ये भी लिखा गया है कि यूजर्स का डेटा इस्तेमाल करने पर ”फेसबुक को निजता के अधिकार के उल्लंघन के लिए दंडित किया जा सकता है। इसलिए आग्रह है कि सभी यूजर्स इस दावे को आगे भी शेयर करें। इसके लिए, इसी मैसेज को कॉपी पेस्ट करें।” हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह मैसेज फर्जी है।
फेसबुक पर इस पोस्ट में लिखा कि याद रखें कि कल से नया फेसबुक नियम (उर्फ… नया नाम मेटा) शुरू हो रहा है, जहां वे आपकी तस्वीरों का उपयोग कर सकते हैं। मत भूलो कि अंतिम तिथि आज है!!! मैं फेसबुक या फेसबुक से जुड़ी किसी भी इकाई को अपने अतीत और भविष्य के चित्रों, सूचनाओं, संदेशों या प्रकाशनों का उपयोग करने की अनुमति नहीं देता।इस बयान के साथ, मैं फेसबुक को सूचित करता हूं कि इस प्रोफ़ाइल और/या इसकी सामग्री के आधार पर मेरे खिलाफ खुलासा, प्रतिलिपि, वितरण या कोई अन्य कार्रवाई करना सख्त वर्जित है। निजता का उल्लंघन करने पर कानून द्वारा दंडित किया जा सकता हैयदि आप चाहें तो आप इस संस्करण को कॉपी और पेस्ट कर सकते हैं। यदि आप कम से कम एक बार कोई बयान प्रकाशित नहीं करते हैं तो यह चुपचाप आपकी तस्वीरों के उपयोग की अनुमति देगा, साथ ही आपकी प्रोफ़ाइल और स्थिति अपडेट में मौजूद जानकारी भी।सांझा ना करें। कॉपी और पेस्ट।आगे बढ़ने का तरीका यहां बताया गया है:इस संदेश में कहीं भी अपनी उंगली रखें और “कॉपी” दिखाई देगा। “कॉपी करें” पर क्लिक करें। फिर अपने पेज पर जाएं, एक नई पोस्ट बनाएं और रिक्त फ़ील्ड में कहीं भी अपनी उंगली रखें। ‘पेस्ट’ पॉप अप होगा और पेस्ट पर क्लिक करें।यह सिस्टम को बायपास कर देगा….जो कुछ नहीं करता, वह सहमत होता है।
इसी पोस्ट को यूजर्स एक्स(पूर्व में ट्वीटर) पर भी शेयर कर रहे हैं।
याद रखें कि कल से नया फेसबुक नियम (उर्फ… नया नाम मेटा) शुरू हो रहा है, जहां वे आपकी तस्वीरों का उपयोग कर सकते हैं। मत भूलो कि अंतिम तिथि आज है!!! मैं फेसबुक या फेसबुक से जुड़ी किसी भी इकाई को अपने अतीत और भविष्य के चित्रों, सूचनाओं, संदेशों या प्रकाशनों का उपयोग करने की…
— Amit Kharb (@AmitKharb010) August 26, 2023
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने फेसबुक के Terms of Service को चेक किया। यहां हमने पाया कि फेसबुक की नीतियों के मुताबिक, यूजर फेसबुक पर जो कुछ भी कंटेंट क्रिएट करते हैं या शेयर करते हैं, उससे जुड़े अधिकार यूजर के पास ही होते हैं।
इसके अलावा यहाँ बताया गया है कि यूजर कंपनी को प्राइवेसी एंड एप्लिकेशन सेटिंग के अनुरूप, उसके कंटेंट का इस्तेमाल करने, वितरित करने, उसे सार्वजनिक तौर पर दिखाने के लिए ”नॉन एक्सक्लूसिव, नॉन ट्रांसफरेबल, सब लाइसेंसेबल, रॉयल्टी फ्री वर्ल्डवाइड लाइसेंस देता है। यहाँ यह भी बताया गया है कि इसमें यह भी कहा गया कि वह थर्ड पार्टी पार्टनर्स के साथ काम करते हैं, जो मेटा बिजनेस टूल्स का उपयोग करके हमारे उत्पादों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इससे कंपनियों को संचालित करना आसान हो जाता है लेकिन फेसबुक कभी किसी की जानकारी किसी और प्लेटफॉर्म को न तो बेचता है और न ही कभी बेचेगा। साथ ही फेसबुक ने यह भी कहा कि वह अपने पार्टनर्स पर इस बात के प्रतिबंध लगाते हैं कि वह डेटा का किस तरह उपयोग करते हैं।
इसके बाद हमने वायरल पोस्ट से सम्बंधित मीडिया रिपोर्ट्स को तलाशा तो हमे ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। जाहिर है अगर फेसबुक का ऐसा कोई नया नियम आता तो मीडिया में खबरें जरुर होती।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि वायरल पोस्ट पूरी तरह से फर्जी है।
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