एशिया कप 2022 (Asia Cup) में भारत और पाकिस्तान के बीच रोमांचक मुकाबला खेला गया, जिसमें भारतीय टीम ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 5 विकेट से रौंद दिया। भारत की जीत के बाद पूरा देश जश्न में झूम उठा लेकिन बीसीसीआई सचिव और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे एक वीडियो को लेकर लोगों के निशाने पर आ गए। मैच के दौरान उनके तिरंगा न थामने को लेकर सवाल उठाए गए।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि मेरे पास पापा हैं, झंडा अपने पास रखो। रमेश ने अपने इस ट्वीट के साथ मामले से संबंधित वीडियो साझा किया और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को टैग किया।
“मेरे पास पापा हैं,
तिरंगा अपने पास रखो!”— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 29, 2022
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने वीडियो टैग करते हुए लिखा, “जय शाह का राष्ट्रीय ध्वज नहीं थामना सरकार के बड़े पाखंड का लक्षण है। वे केवल नाटकबाजी में लगे रहते हैं। उनके पास मूल्यों की कमी है, लेकिन जुमलेबाजी में वे माहिर हैं।”
The PRODIGAL PRINCE KNOWS NOT OF NATIONAL PRIDE. @JayShah not wanting to hold the national flag is symptomatic of the larger hypocrisy of the ruling dispensation.
They indulge in THEATRICS, lack values.
Excel in JUMLAS, lack PATRIOTISM. pic.twitter.com/MCtDzPDYYM— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) August 29, 2022
हंसराज मीना ने लिखा कि गृहमंत्री अमित शाह के पुत्र और बीसीसीआई के सचिव जय शाह द्वारा एशिया कप के दौरान भारत-पाकिस्तान के मैच में देश की जीत के बाद तिरंगा लेने से इनकार करना निंदनीय है। भाजपा के नेता देश के मुसलमानों को बाद में देशभक्ति सिखाएं,पहले अपनी संतानों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाएं।
गृहमंत्री अमित शाह के पुत्र और बीसीसीआई के सचिव जय शाह द्वारा एशिया कप के दौरान भारत-पाकिस्तान के मैच में देश की जीत के बाद तिरंगा लेने से इनकार करना निंदनीय है। भाजपा के नेता देश के मुसलमानों को बाद में देशभक्ति सिखाएं,पहले अपनी संतानों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाएं। #ShameOnJayShah pic.twitter.com/3UXxzcfqRH
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) August 29, 2022
ऑल्ट न्यूज के मोहम्मद जुबैर इस मामले की पड़ताल की बजाए जय शाह पर तंज कसते हुए नजर आए।
Indians in Dubai spotted in high spirits after India defeated Pakistan. #INDVPAK #AsiaCup2022 – ANI https://t.co/halraGr3VH
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 28, 2022
कांग्रेस पार्टी ने लिखा कि तिरंगे से दूरी की आदत इनकी कई पीढ़ियों पुरानी है- जाएगी कैसे?
तिरंगे से दूरी की आदत इनकी कई पीढ़ियों पुरानी है- जाएगी कैसे? pic.twitter.com/UirAwmdWA7
— Congress (@INCIndia) August 29, 2022
क्या है हकीकत: दुबई में एशिया कप क्रिकेट मैच में पाकिस्तान पर भारत की जीत के बाद पूरा स्टेडियम जश्न में डूब गया। इस दौरान कैमरे की नजर स्टेडियम में मौजूद जय शाह पर चली गयी। शाह भी जीत का जश्न ताली बजाकर उठा रहे थे। इस क्लिप में वह कुछ लोगों के साथ नजर आ रहे हैं। इस दौरान एक शख्स हाथ में तिरंगा थामे उनके पास आकर कुछ कहता है और जय शाह अपना सिर हिलाकर जवाब देते हैं। लोगों की माने तो जय शाह को तिरंगा दिया गया लेकिन उन्होंने मना कर दिया। जय शाह की पांच सेकेंड की यह क्लिप सोशल मीडिया पर आग की तरह फैली।
सबसे पहले तो भारत-पाकिस्तान के क्रिकेट मैच के दौरान जय शाह का तिरंगा न पकड़ना करना देश का अपमान नहीं था। भारतीय तिरंगा फहराने से जुड़े नियम-कायदे फ्लैग कोड 2002 के तहत आते हैं और यहाँ कहीं ऐसा नहीं लिखा है कि कोई आपको तिरंगा ऑफर करे, तो आप मना नहीं सकते।
दूसरी बात, जय शाह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(BCCI) के सचिव के अलावा एशियन क्रिकेट
काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष भी हैं। जिसके तहत एशिया कप खेला जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के कोड ऑफ एथिक्स के क्लॉज 2.2 यानी लॉयल्टी के अंडर आने वाले नियम संख्या 2.2.2.2 के मुताबिक, ‘एक डायरेक्टर, कमिटी मेंबर या स्टाफ मेंबर किसी भी खास स्टेकहोल्डर (जैसे कोई नेशनल क्रिकेट फेडरेशन या किसी नेशनल क्रिकेट फेडरेशंस के समूह) या किसी थर्ड पार्टी (जैसे कि कोई सरकार या पॉलिटिकल बॉडी) के इंट्रेस्ट को प्रमोट ना करे। ऐसा करना ICC से जुड़े लोगों और क्रिकेट के खेल के सर्वोत्तम हित में कार्य करने की उसकी ड्यूटी के खिलाफ होगा।
The ICC Code Of Ethics |
इस साल एशिया कप में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और हॉन्गकॉन्ग की टीम खेल रही हैं। ऐसे में एशियन क्रिकेट काउंसिल का अध्यक्ष किसी भी एक देश का झंडा नहीं थाम सकता। अगर जय शाह वहां तिरंगा हाथ में उठाते तो यह सीधे तौर पर ICC के कोड ऑफ एथिक्स का उल्लंघन होता।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक शीर्ष अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि
जय शाह एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष के रूप में केवल
प्रोटोकॉल का पालन कर रहे थे। दुबई में वह केवल बीसीसीआई सचिव नहीं थे, वह
एसीसी प्रमुख भी थे।
निष्कर्ष: जय शाह ने तिरंगे का अपमान नहीं किया था। नियमों के मुताबिक ICC सदस्य किसी भी एक खास देश के पक्षधर नहीं हो सकते,
इन्हीं कारणों के चलते जय शाह ने उस वक्त तिरंगा हाथ में लेने से इनकार कर
दिया। वो अपने पद की गरिमा रखते हुए ACC को रिप्रेजेंट कर रहे थे।