सोशल मीडिया में एक समाचार चैनल का स्क्रीनशॉट वायरल किया जा रहा है। इस स्क्रीनशॉट के साथ लोग दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हर रोज 30 लाख रोजगार देने का वादा किया है, जिसके बाद लोग रोजगार को लेकर सरकार पर तंज कस रहे हैं। हालाँकि पड़ताल में यह दावा भ्रामक हैं।
कांग्रेस नेता रोशन लाल बिट्टू ने ट्विट करते हुए लिखा कि चलो यूपी, नौकरी मिलेगी, वो भी प्रतिदिन 30 लाख। एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैय्यद आसिम वकार ने ट्विट कर लिखा कि खुद हिसाब लगाइये, योगी आदित्यनाथ यूपी में प्रतिदिन 30 लाख लोगो को रोज़गार दे रहा है, 1 महीने में 9 करोड़ लोगो को रोज़गार, 1 साल में 1 अरब 8 करोंड़ को रोज़गार, 4 साल में 4 अरब 32 करोड़ लोगो को रोज़गार मिल चुका है और लगभग इतना ही योगदान नरेंद्र मोदी का भी जोड़ दीजिये।
पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद ने ट्विट कर लिखा कि उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन 30 लाख लोगों को रोज़गार मिल रहा है यानी एक महीने में 9 करोड़। यूपी की आबादी लगभग बीस करोड़। दो महीने चार दिन में सब काम पर लग गए, बधाई।
नाजिम नाम के एक यूजर ने ट्विट करते हुए लिखा कि यूपी में प्रतिदिन 30 लाख रोजगार के हिसाब से 1462 दिन हो गए योगी सरकार को। 1462×30 लाख = 4,386,000,000 रोजगार योगी सरकार दे चुकी है। इतनी तो हमारे देश की आबादी भी नहीं है। एक यूजर आरती शर्मा ने लिखा कि यूपी में भाजपा जबरदस्ती रोजगार दे रही है और बंगाल में जबरदस्ती एमएलए को टिकट दे रही है।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के नेता संजय राघव, कांग्रेस नेता शकील अहमद, कांग्रेस नेता मुकेश गुप्ता, कांग्रेस नेता सुमित दुबे, पूर्व पत्रकार ओम थानवी, ट्रोल अकाउंट Rofl Gandhi सहित कई लोगों ने इस स्क्रीनशॉट को साझा किया है।
क्या है हकीकत?
पड़ताल के दौरान सबसे पहले वायरल स्क्रीनशॉट के चैनल को ‘न्यूज़ इंडिया 1’ को यूट्यूब पर खोजा। खोज के दौरान हमें वही वीडियो मिली जिसका स्क्रीनशॉट वायरल है। ‘न्यूज़ इंडिया 1 के यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो 17 मई 2020 को अपलोड की गयी है। इस वीडियो में सीएम योगी कोरोना काल के दौरान अपनी सरकार के कार्यों का उल्लेख(05:08:00 से) और और फिर (05:30:00 से) कर रहे है। वायरल स्क्रीन शॉट का जिक्र (05:12:02) पर है।
हालाँकि योगी आदित्यनाथ के संबोधन में बताया गया कि राज्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम(मनरेगा) के अंतर्गत प्रतिदिन 30 लाख मजदूर काम कर रहे हैं लेकिन वीडियो में ‘प्रतिदिन 30 लाख लोगों को रोज़गार देने’ का स्क्रीन लगाया गया। इसके अलावा मनरेगा में ‘300 करोड़ लोगों को रोज़गार’ देने का स्क्रीन भी लगाया गया, यह दोनों ही बातें योगी आदित्यनाथ के संबोधन में नहीं मिलती। पूरी तरह तथ्यहीन और भ्रामक है। जबकि खुद ‘न्यूज़ इंडिया 1’ ने ही एक स्क्रीन चलाया है कि मनरेगा में 30 लाख लोगों को रोजगार मिला, इसमें कहीं भी प्रतिदिन का जिक्र नहीं है।
योगी आदित्यनाथ के इस वीडियो से सम्बंधित खबरों की तलाश करने पर न्यूज़18 की वेबसाइट पर एक खबर मिलती है। यह खबर 18 मई 2020 को प्रकाशित हुई हुई है, इस खबर के मुताबिक सीएम योगी ने मनरेगा में प्रतिदिन 30 लाख लोगों को रोज़गार देने की बात कही थी।
निष्कर्ष: पड़ताल
में पता चला कि वायरल न्यूज़ चैनल के स्क्रीनशॉट के साथ किया जा रहा दावा
भ्रामक है। यह खबर एक साल पुरानी है, साथ ही यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने
कोरोना काल में यूपी लौटे मजदूरों को रोज़गार मुहैया कराने के लिए मनरेगा
स्कीम के तहत 30 लाख लोगों को रोज़गार देने की बात कही थी न की 30 लाख
लोगों को प्रतिदिन। उन्होंने बताया था कि मनरेगा के तहत 30 लाख लोग हर दिन राज्य में काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने किसी को सरकारी या अन्य किसी भी तरह
नौकरी देने का कोई जिक्र नहीं किया था।