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24 Dec 2024, Tue

फैक्ट चेक: प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रामनाथ कोविंद का अभिवादन न स्वीकारने का वीडियो अधूरा है

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी। वहीं शनिवार को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का विदाई समारोह हुआ। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला समेत कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो साझा कर दावा किया जा रहा है कि विदाई समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति का अभिवादन स्वीकार नहीं किया, उनका ध्यान कैमरे की ओर था। साथ ही पीएम ने उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा है कि ऐसा अपमान Very Sorry Sir ये लोग ऐसे ही हैं, आपका कार्यकाल खत्म अब आपकी तरफ देखेंगे भी नही।

ऐसा अपमान Very Sorry Sir
ये लोग ऐसे ही हैं, आपका कार्यकाल ख़त्म अब आपकी तरफ़ देखेंगे भी नही। pic.twitter.com/xaGIOkuyDM

— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) July 24, 2022

अशोक स्वैन ने लिखा कि भारत के प्रधानमंत्री ने देश के ‘दलित’ राष्ट्रपति की अनदेखी कर कैमरे को प्राथमिकता दी।

India’s Prime Minister ignores country’s ‘Dalit’ President and prioritizes the camera! pic.twitter.com/q8BvAX0Vxk

— Ashok Swain (@ashoswai) July 23, 2022

तेलंगाना राष्ट्रीय समिति के नेता सतीश रेड्डी ने ट्वीट कर लिखा है कि निवर्तमान राष्ट्रपति से ज्यादा फोटोग्राफर महत्वपूर्ण है।

When ‘Photograph’ is more important than the outgoing ‘President’ 📸 @KTRTRS pic.twitter.com/27wQrhe2Gj

— YSR (@ysathishreddy) July 23, 2022

वामपंथी पत्रकार श्याम सिंह मीरा ने वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि कभी कभी इधर उधर ध्यान चला जाता है।

कभी कभी इधर उधर ध्यान चला जाता है। pic.twitter.com/aTXkC1Ocl9

— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) July 23, 2022

समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने लिखा कि काम निकल गया अब पहचानते नहीं।
घोर बेइज्जती

काम निकल गया अब पहचानते नहीं।
घोर बेइज्जती…. pic.twitter.com/r2U0xJQlCh

— I.P. Singh (@IPSinghSp) July 24, 2022

पत्रकार और खुद को फैक्ट चेकर बताने वाले सत्या भारती ने ट्वीट कर लिखा है कि बस इतनी सी ही तो बात है,

जाति है कि जाती नहीं, सोच सब कुछ बताती नहीं।

बस इतनी सी ही तो बात है,

जाति है कि जाती नहीं,सोच सब कुछ बताती नहीं। @ambedkariteIND @KotwalMeena @Profdilipmandal pic.twitter.com/GqNUEYEF3E

— Satya Prakash Bharti (@Satyalivelko) July 23, 2022

इसके अलावा आम आदमी पार्टी के नेता सर्वेश मिश्रा, कांग्रेस नेता अशोक
बसोया, रोहन गुप्ता और वीरेन्द्र चौधरी ने इसी तरह के दावे के साथ वीडियो साझा किया है।
कांग्रेस नेता उदित राज के संगठन AIP ने ट्वीट कर लिखा है कि मोदी जी दलित
राष्टपति का नमस्कार तक नहीं लेते। राजद ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘कैमरा-जीवि के दिल में दलित-पिछड़ों के लिए सम्मान।’

क्या है हकीकत: पड़ताल में हमने सबसे पहले यूट्यूब पर संसद टीवी पर प्रसारित विदाई समारोह का वीडियो देखा। इस वीडियो को 55 सेकेंड देखने पर स्पष्ट होता है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अपने सामने आने के पहले से ही पीएम मोदी उनकी ओर देखते हुए हाथ जोड़े खड़े हुए हैं। जब दोनों का आमना सामना होता है तो दोनों एक दूसरे हाथ होड़कर अभिवादन करते हैं।

Claim: प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को अभिवादन नहीं किया
Reality : साफ़ देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति का ‘अभिवादन’ किया।

Conclusion : कुछ लोगों ने बड़ी ‘चालाकी’ से वीडियो के शुरूआती हिस्से को काट कर पीएम पर सवाल खड़े किए। जो ग़लत है। pic.twitter.com/Mdz4yCAuD7

— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) July 24, 2022

इसके बाद राष्ट्रपति आगे बढ़ जाते हैं, इस वीडियो में राष्ट्रपति कोविंद पीएम मोदी के पीछे खड़ी एक महिला से कुछ पूछ रहे होते हैं, ठीक उसी वक्त प्रधानमंत्री का ध्यान अपनी दाईं ओर जाता है। सोशल मीडिया में इसी फ्रेम को काटकर वायरल किया गया है। संसद टीवी के ट्वीटर अकाउंट से साझा तस्वीर में भी दोनों एक दूसरे की ओर हाथ जोड़ते नजर आ रहे हैं।

 

इसके अलावा भारत के राष्ट्रपति के ट्वीटर अकाउंट से साझा की गयी विदाई समारोह की तस्वीरों में भी प्रधानमंत्री उनका अभिवादन स्वीकार कर रहे हैं।

संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित विदाई समारोह में राष्ट्रपति कोविंद ने देश के जरूरी मुद्दों पर दलगत राजनीति से ऊपर उठने पर जोर दिया।

‘मुद्दा आपका’#PresidentofIndia #presidentkovind

Watch: https://t.co/ZEYaoJUm1a pic.twitter.com/fQetffyK43

— SansadTV (@sansad_tv) July 23, 2022

निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अपमान किए जाने का दावा गलत है। सोशल मीडिया में वीडियो के एक हिस्से को काटकर साझा किया जा रहा है।

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