देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है, आजादी की 75वीं वर्षगांठ के दिन देश भर के स्कूलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी बीच एक स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, इस वीडियो में भारत माता के किरदार में एक छात्रा का मुकुट उतारकर नमाज पढ़ी जाती है। हालाँकि यह वीडियो अधूरा है।
सोशल मीडिया में 25-29 सेकेंड्स के इस वीडियो को सुदर्शन न्यूज, Kreately Media, पत्रकार हेमेन्द्र त्रिपाठी समेत तमाम यूजर्स ने शेयर किया है। इस वीडियो में कुछ बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम कर रहे हैं। इसमें एक लड़की भारत माता के किरदार में है। दो लड़के इस्लामिक टोपी लगाकर मुस्लिम समाज के किरदार में खड़े हुए हैं। साथ ही वीडियो में हिजाब पहनी दो अन्य लड़कियाँ भी दिख रही हैं।
भारतमाँ के सिर का मुकुट हटा कर पहना दिया हिजाब। pic.twitter.com/kLXZkcRQZm
— Sudarshan News (@SudarshanNewsTV) August 15, 2022
इसके बाद भारत माता के सिर पर लगे मुकुट को हटाकर उनके सिर पर सफेद रंग का कपड़ा बांध दिया जाता है। चारों युवकों के साथ भारत माता को घुटने पर बैठा कर नमाज अदा कराई जाती है।
क्या है हकीकत: पड़ताल में हमे पूरा वीडियो टाइम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार अरविन्द चौहान के ट्वीटर अकाउंट पर मिला। 2 मिनट 20 सेकेंड्स इस वीडियो में एक नाटक में भारत माता को हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई रीति-रिवाजों के अनुसार प्रार्थना करते हुए दिखाया गया है।
Here is the complete video of the students offering prayers in various ways (as per the religions)#Lucknow https://t.co/cfcY4DYSaT pic.twitter.com/X2gsvGA2Pi
— Arvind Chauhan (Silly Soul | मूर्ख आत्मा) (@Arv_Ind_Chauhan) August 15, 2022
आगे पड़ताल में हमे लखनऊ पुलिस आयुक्तालय के एक ट्वीट तक मिला। सोशल मीडिया में अधूरा वीडियो वायरल होने के बाद इस ट्वीट में बताया गया है कि यह वीडियो यूपी के लखनऊ के बाजार खाला थाना क्षेत्र के मालवीय नगर इलाके के शिशु भारतीय विद्यालय का है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो जिसमे थाना बाजारखाला क्षेत्रान्तर्गत एक विद्यालय मे बच्चो द्वारा किये जा रहे कार्यक्रम के सम्बन्ध में। @Uppolice pic.twitter.com/t8a6Ws5B6b
— POLICE COMMISSIONERATE LUCKNOW (@lkopolice) August 15, 2022
लखनऊ पुलिस ने आगे बताया है कि उन्होंने स्कूल के प्रबंधन से बात की और पूरा वीडियो देखा। तब पता चला कि बच्चों द्वारा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बच्चो द्वारा नाटक का मंचन किया गया। इसमें देखा गया कि बच्चों द्वारा झगड़ा-फसाद ना करने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया गया। वहीं आधे-अधूरे वीडियो को ट्वीट करके भ्रम फैलाने का काम किया गया है। ट्वीट करने वाले की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।
पत्रकार अरविन्द ने इस नाटक की कोरियोग्राफर और स्कूल की शिक्षिका का वीडियो भी साझा किया है। जिसमे उन्होंने बताया कि चारों धर्मों की एकता की भावना के लिए प्रार्थना की करवाई गयी थी। हम सभी एक साथ मिलकर रहते हैं और एक-दूसरे के त्यौहार मनाते हैं। ट्विटर पर आधा वीडियो डाला गया है। मैंने किसी धर्म की भावना आहात करने के लिए नाटक नहीं करवाया था।
DCP West S Chinnappa gave official version on the matter #Lucknow pic.twitter.com/FL7IDN0IoJ
— Arvind Chauhan (Silly Soul | मूर्ख आत्मा) (@Arv_Ind_Chauhan) August 15, 2022
वहीं प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार यादव ने बताया कि 15 अगस्त पर स्कूल का नाटक भारत के चार सपूत पर आधारित था। इसमें अलग-अलग मजहब के बच्चों ने अलग अलग धर्म का किरदार निभाया, इसी वीडियो से हिस्सा काटकर सांप्रदायिक दावे का साथ वायरल किया गया है। मामले में आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया जाएगा और साइबर सेल की मदद से वीडियो वायरल करने वाले के खिलाफ जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष: स्कूल के सांस्कृतिक कार्यक्रम के वीडियो के एक हिस्से को निकालकर सोशल मीडिया में वायरल किया गया है।