नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान घायल होने के करीब चार दिन बाद रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सड़क पर उतर कर व्हीलचेयर पर बैठकर रोड शो का नेतृत्व किया। इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा है कि मैं व्हीलचेयर पर ही प्रदेशभर में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार करूंगी। इस बीच सोशल मीडिया में एक तस्वीर वायरल है। दावा किया जा रहा है कि ममता बनर्जी चुनाव प्रचार के बाद व्हील चेयर से उठकर चल पड़ी।
दीपक योगी बीजेपी नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘ये दो दिन पहले पाँव में पलस्तर बांधे कराह रही थीं, आज दिन भर व्हीलचेयर पर घूम रही थीं, अब शाम को व्हीलचेयर से उठ कर चल पड़ीं। बंगाल में चमत्कार पर चमत्कार हो रहे हैं।’
फेसबुक पर एक यूजर बिट्टू त्यागी ने लिखा, ‘ये दो दिन पहले पाँव में पलस्तर बांधे कराह रही थीं! आज दिन भर व्हीलचेयर पर घूम रही थीं! अब शाम को व्हीलचेयर से उठ कर चल पड़ीं! बंगाल में चमत्कार पर चमत्कार हो रहे हैं…खूब खेला होबे दीदी…!!”
फेसबुक और ट्विटर दोनों ही प्लेटफार्म पर यह तस्वीर इसी टेक्ट्स के साथ जमकर साझा की जा रही है।
क्या है हकीकत?
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर एक और तस्वीर मिलती है। अंग्रेजी समाचार बेबसाईट बिजनेस स्टेंडर्ड पर यह तस्वीर 14 मार्च प्रकाशित की गयी है। तस्वीर के नीचे अंग्रेजी में लिखा है, ”West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee comes out on a wheelchair
after being discharged from the SSKM Hospital in Kolkata on Friday.” अर्थात यह तस्वीर कोलकाता के अस्पताल एसएसकेएम से छुट्टी मिलने के बाद बाहर दौरान बाहर आते हुए की है।
सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर और बिजनेस स्टैण्डर्ड पर प्रकाशित तस्वीर में कई समानताएं हैं। दोनों ही तस्वीर में ममता बनर्जी के साथ खड़े हुए लोग एक समान स्थिति में नजर आ रहे हैं।
पड़ताल में पता चलता है कि ममता बनर्जी की पैदल चलते हुए जिस तस्वीर को व्हीलचेयर वाली तस्वीर के साथ जोड़ा गया है, वो जून, 2012 की है। बेबसाईट रायटर्स ने इस तस्वीर को लिया है। दोनों ही तस्वीर में ममता बनर्जी के एक हाथ में घडी और मोबाइल है, वहीं दूसरे हाथ में वो चश्मा लिए हुए हैं। व्हीलचेयर के साथ इस पुरानी तस्वीर जोड़ते हुए कलरफिल्टर का इस्तेमाल किया गया है जिससे ममता बनर्जी की साड़ी का रंग बदला हुआ है।
Two Days After Injury, @MamataOfficial Leaves SSKM Hospital In a Wheelchair. @TheQuint pic.twitter.com/NciGeZjJqw
— Debayan Dutta (@AprturePriority) March 12, 2021
इससे स्पष्ट है कि ममता बनर्जी की जून 2012 की एक तस्वीर को उनके हाल ही में चोटिल होने के बाद अस्पताल से बाहर आते हुए एक तस्वीर के साथ जोड़ा गया है। वायरल तस्वीर फर्जी है।