देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद देश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर एक करोड़ 50 लाख 61 हजार 919 हो गई है। वहीं देश भर में अबतक कोविड-19 के टीकों की 12.69 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है। इस बीच भारत सरकार के दो फैसले चर्चा में हैं जिसमे रूस की वैक्सीन को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है और 1 मई से 18 वर्ष से अधिक के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी, सोशल मीडिया में इसका क्रेडिट राहुल गाँधी को देने की अलग तरह की राजनीति चल रही है।
भारत ने इसी माह अप्रैल में रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-V के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी गई। इससे पहले भारत के ड्रग्स नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड और स्वदेशी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को देश में प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी थी।
#COVID19 | Drug Controller General of India (DCGI) has approved emergency use authorisation of Russian vaccine, Sputnik V pic.twitter.com/lrUH18I9nP
— ANI (@ANI) April 13, 2021
स्पुतनिक-V को मंजूरी मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी सहित अलग अलग लोगों द्वारा ट्विट कर बताया गया कि भारत सरकार ने राहुल गाँधी के सुझाव को मानकर वैक्सीन को मंजूरी दी है।
GOI has heeded @RahulGandhi ‘s suggestion. Sputnik vaccine has been approved . Is @rsprasad hiding under a chair or behind his desk!
— Dr. Shama Mohamed (@drshamamohd) April 12, 2021
So after mocking @RahulGandhi, Modi govt does exactly what he suggested.
Sputnik V vaccine gets approval within 2 days of @RahulGandhi‘s suggestion of fast tracking approval of other vaccines as per norms!
Resignation Prasad should apologise and resign.
— Ruchira Chaturvedi (@RuchiraC) April 12, 2021
Alas India has approved the Russian @sputnikvaccine for emergency use
Thank u @RahulGandhi for repeatedly pushing the govt with yr suggestions, Its ur efforts today that we are gonna have an emergency vaccination available..
Hope govt listens to ur no age cap suggestion too— Ria (@RiaRevealed) April 12, 2021
दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार, 9 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा। अपने पत्र में राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुझाव देते हुए कोरोना के टीके के निर्यात पर रोक लगाने और सभी उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाए जाने की मांग की है। वायनाड के सांसद ने कहा है कि सरकार को देश में अन्य टीकों के इस्तेमाल की मंजूरी भी देनी चाहिए।
Our vaccination program has to move beyond an individual’s picture on the vaccine certificate, towards guaranteeing maximum vaccination.
– Shri @RahulGandhi writes to PM Modi expressing concerns about & giving valuable suggestions to improve Covid19 vaccination program. pic.twitter.com/mp8tPE7ywt
— Congress (@INCIndia) April 9, 2021
उनकी इस अपील के बाद हल्ला तब मचा जब सीनियर मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तीखी
प्रतिक्रिया दी। उन्होंने राहुल गांधी को पार्ट टाइम विदेशी फार्मा
कंपनियों के लिए लॉबिंग करने वाला बता दिया। उनका साथ मोदी सरकार की दूसरी
मंत्री स्मृति ईरानी ने भी दिया। वहीं जब भारत सरकार ने रूस की वैक्सीन को मंजूरी दे दी तो राहुल गाँधी ने भी
ट्विट कर लिखा कि ”पहले वे तुम्हें इग्नोर करेंगे, फिर तुम पर हंसेंगे,
फिर वो तुमसे लड़ेंगे, फिर तुम जीत जाओगे।’
“First they ignore you
then they laugh at you
then they fight you,
then you win.”#vaccine pic.twitter.com/FvfmTjJ7bl— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 14, 2021
लेकिन हैरानी की बात है कि वैक्सीन के एप्रूवल से मात्र 3 दिन पहले मांग करने वाले राहुल गाँधी को जिस वैक्सीन एप्रूवल का क्रेडिट दिया जा रहा है। उस पर पिछले साल से ही भारत में चरणबद्ध ट्रायल चल रहा था। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने फार्मा कंपनी डॉ रेड्डी लैबोरेटरीज को रूसी वैक्सीन के ट्रायल की इजाजत दी थी। हिंदी अखबार अमर उजाला ने इस सम्बन्ध में 17 अक्तूबर 2020 को खबर प्रकाशित की है। इसके अलावा नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक 14 नवम्बर 2020 को दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल के लिए रूसी वैक्सीन Sputnik V वैक्सीन की खेप भारत पहुंच चुकी थी।
राहुल गाँधी ने 9 अप्रैल 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश में अन्य टीकों को मंजूरी देने की मांग की थी, जबकि रुसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी को आपातकालीन मंजूरी देने के लिए 31 मार्च 2021 को भारतीय दवा नियामक की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) बैठक हुई थी।
Meeting of Subject Expert Committee to be held today to deliberate on emergency use authorisation application of Russian vaccine Sputnik V
The vaccine manufacturers in India, Dr Reddy’s, have already submitted the safety and immunogenicity data of the third phase trials
— ANI (@ANI) March 31, 2021
इससे पहले 30 नवम्बर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लेते हुए जिनोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई लिमिटेड और डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज के साथ बैठक की थी। उन्होंने एक दिन पहले ट्विट कर इस मीटिंग के सम्बन्ध में जानकारी भी दी थी।
Tomorrow, on 30th November 2020, PM @narendramodi will interact, via video conferencing, with three teams that are involved in developing a COVID-19 vaccine. The teams he will interact with are from Gennova Biopharma, Biological E and Dr. Reddy’s.
— PMO India (@PMOIndia) November 29, 2020
PM Narendra Modi had virtual meetings with 3 teams working on developing & manufacturing vaccine for #COVID19, today. These teams were from Gennova Biopharmaceuticals Ltd Pune, Biological E Ltd Hyderabad and Dr Reddys Laboratories Ltd Hyderabad: Prime Minister’s Office pic.twitter.com/hdgPP2iRkY
— ANI (@ANI) November 30, 2020
कल 19 अप्रैल को भारत सरकार ने टीकाकरण अभियान को व्यापक बनाने के लिए वैक्सीनेशन के तीसरे चरण को मंजूरी दे दी। सरकार ने कहा है कि 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को अब टीका लगेगा। पीएम मोदी की बैठक के बाद यह अहम फैसला लिया गया है।
Govt of India announces liberalised & accelerated Phase 3 strategy of COVID-19 vaccination from May 1; everyone above the age of 18 to be eligible to get vaccine pic.twitter.com/7G3WbgTDy8
— ANI (@ANI) April 19, 2021
भारत सरकार के इस फैसले के बाद कांग्रेस नेता एक बार फिर चर्चा में आ गए। कांग्रेस पार्टी सहित उनके नेताओं, कुछ पत्रकारों ने इसका क्रेडिट राहुल गाँधी को दिया।
राहुल गांधी जी की सलाह फिर काम आई,
—मोदी सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिये टीकाकरण शुरू करने का ऐलान किया।“राहुल हैं तो रास्ते हैं”
— MP Congress (@INCMP) April 19, 2021
लौट के बुद्धू (भाजपा सरकार) अंत में @RahulGandhi जी की सलाह को माने।
भाजपा का अहंकार इस देश को गर्त में ले जा रहा है।
अंत में भाजपा को मार्ग 24 अकबर रोड से ही मिलता है और देशहित में राहुल जी ऐसे ही सलाह देते रहेंगे। #VaccineForAll https://t.co/Kl3Z0vBNGc
— Saral Patel (@SaralPatel) April 19, 2021
कहते हो कि विपक्ष रचनात्मक सुझाव और साथ नहीं देता। फिर करते वही हो जो कांग्रेस के नेता मनमोहन, सोनिया, राहुल गांधी कहते हैं। बस अपने अहंकार में चूर होकर देर से करते हो।
और जब हम लिखते हैं तो ट्रोल्स पीछे छोड़ कर हमें बिका बता देते हो। तुम लोगों का डिज़ाइन एक्सपोज़ हो गया है।
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) April 19, 2021
First abuse and then do exactly what it was suggested by Opposition Parties https://t.co/2rFE4RohNg
— Arvind Gunasekar (@arvindgunasekar) April 19, 2021
Another of @RahulGandhi‘s suggestions accepted by Modi govt. Now those of us who are 18+ will be eligible for Covid vaccine from May 1 onward.
Thanks to Rahul Gandhi for his valuable suggestions & thanks to PM Modi for accepting & implementing them, one by one. https://t.co/AuaH5YMJJA
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) April 19, 2021
Again @RahulGandhi ji was asking this for a very long time!18 yrs and up will be vaccinated from 1st of May. der se jalti hai tubelight. #VaccineForAll #VaccinateEveryIndian
— Rukshmanii kumari (@KumariRukshmani) April 19, 2021
दरअसल राहुल गाँधी ने 12 अप्रैल 2021 को सबके लिए वैक्सीन अभियान की शुरुआत की थी। ट्विटर के जरिए उन्होंने इसकी शुरुआत करते हुए एक वीडियो जारी किया। इसके साथ उन्होंने #SpeakUpForVaccinesForAll की भी इस्तेमाल किया।
राहुल गांधी ट्विट कर लिखा कोरोना वैक्सीन देश की जरूरत है, इसके लिए अपनी आवाज बुलंद कीजिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षित जीवन जीने का सबको हक है। इससे पहले 7 अप्रैल को भी उन्होंने एक ट्विट के माध्यम से सभी को वैक्सीन लगाने की मांग की।
कोरोना वैक्सीन देश की ज़रूरत है।
आप भी इसके लिए अपनी आवाज़ बुलंद कीजिए- सबको हक़ है सुरक्षित जीवन का।#SpeakUpForVaccinesForAll pic.twitter.com/qcxFZuzR2x
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 12, 2021
It’s ridiculous to debate needs & wants.
Every Indian deserves the chance to a safe life. #CovidVaccine
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 7, 2021
जबकि भारत सरकार ने कभी भी देश के सभी नागरिकों को वैक्सीन लगाने से इनकार नहीं किया था। भारत में कोविड टीकाकरण अभियान चरणबद्ध तरीके से शुरू किया गया था। पहला चरण इस साल 16 जनवरी को शुरू हुआ जिसमें शुरुआत में हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई थी। वैक्सीनेशन के दूसरे चरण की शुरुआत एक मार्च, 2021 को हुई जिसमें 60 से अधिक उम्र के बुजुर्ग और 45 साल से ज़्यादा उम्र के बीमार लोगों के लिए टीके का प्रावधान किया गया। इसके बाद इसी चरण में 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सामान्य लोगों को भी वैक्सीन लगवाने की घोषणा की गयी। वहीं अब तीसरे चरण में 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग टीका लगवाने के पात्र होंगे।
समाचार बेबसाईट आज तक ने 9 जनवरी को एक खबर प्रकाशित की है। इस खबर का शीर्षक ”16 जनवरी से शुरू होगा वैक्सीनेशन, इनको लगेगा सबसे पहले कोरोना का टीका” है। इस खबर के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समीक्षा बैठक में फैसला लिया गया कि सबसे पहले वैक्सीन हेल्थ वर्कर्स को लगाई जाएगी। इसके बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और इससे कम उम्र के उन लोगों को टीके लगेंगे, जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।
सभी लोगों के लिए वैक्सीन का कार्यक्रम चरणबद्ध तरीके से देश में चल रहा है जिसका अगला पढाव 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग हैं लेकिन सरकार की इस घोषणा में कुछ दिन बचे ही थे तो कांग्रेस पार्टी ने सभी के लिए वैक्सीन का कैम्पेन चला दिया। कुछ ऐसा ही रुसी वैक्सीन के एप्रूवल को लेकर किया, एप्रूवल से तीन दिन पहले राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा जबकि रुसी वैक्सीन को एप्रूवल देने के लिए 7 दिन पहले ही बैठक हुई थी, साथ ही पिछले साल से यह वैक्सीन ट्रायल पर थी।
हैरानी की बात है कांग्रेस ने मांग तब नहीं की थी जब भारत में वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। उस वक्त कांग्रेस पार्टी वैक्सीन पर ही सवाल कर रही थी। कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी ने कहा कि अगर वैक्सीन भरोसेमंद है, तो फिर मोदी सरकार से जुड़े लोग और मंत्री क्यों नहीं लगवा रहे हैं?
If the vaccine is so safe & reliable & efficacy of the vaccine is beyond question then how is it that not a single functionary of the government has stepped forward to get themselves vaccinated as it has happened in other countries around the world?: Congress MP Manish Tewari https://t.co/M1PdUV96Xr
— ANI (@ANI) January 16, 2021
मनीष तिवारी ने टीकों के इस्तेमाल की मंजूरी की प्रकिया पर सवाल करते हुए कहा, ‘‘टीकाकरण आरंभ हो गया है और यह अजोबो-गरीब है कि भारत के पास आपात उपयोग को अधिकृत करने का कोई नीतिगत ढांचा नहीं है। फिर भी दो टीकों के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग की अनुमति दी गई।’’
इसके अलावा कांग्रेस के अजीत शर्मा हो या फिर राजद के तेजप्रताप यादव, वक्त-वक्त पर वैक्सीन को लेकर सवाल उठाते आए हैं। तेज प्रताप यादव ने कहा था कि पहले मोदीजी को वैक्सीन लगवानी चाहिए, उसी के बाद ही हम लगवाएंगे। कांग्रेस के अजीत शर्मा ने भी बयान दिया था कि पीएम मोदी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता पहले वैक्सीन क्यों नहीं लगवाते हैं। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिक्र किया था कि दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष वैक्सीन लगवा रहे हैं, क्या भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वैक्सीन को लगवाएंगे।