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23 Dec 2024, Mon

53 लाख की प्रॉपर्टी के लिए रच दी गैंगरेप की झूठी कहानी, स्वाति मालीवाल ने बताया था निर्भया कांड जैसा केस

 

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला झूठा साबित हुआ है। दो दिन से इस मामले में सोशल मीडिया में भी काफी हंगामा मचा हुआ था। पुलिस ने मामले में महिला समेत चार आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस महिला को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार करेगी।   

नंदग्राम थाना क्षेत्र का यह मामला दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के ट्वीट के बाद चर्चा में आया, स्वाति ने लिखा कि दिल्ली की लड़की गाजियाबाद से रात में वापिस आ रही थी जब उसे ज़बरन गाड़ी में उठा ले गए। 5 लोगों ने 2 दिन बलात्कार किया & उसके गुप्तांगों में रॉड घुसाई। सड़क किनारे बोरी में मिली तब भी रॉड उसके अंदर थी। अस्पताल में ज़िंदगी के लिए लड़ रही है। SSP ग़ाज़ियाबाद को नोटिस इशू किया है!

दिल्ली की लड़की ग़ाज़ियाबाद से रात में वापिस आ रही थी जब उसे ज़बरन गाड़ी में उठा ले गए। 5 लोगों ने 2 दिन बलात्कार किया & उसके गुप्तांगों में रॉड घुसाई। सड़क किनारे बोरी में मिली तब भी रॉड उसके अंदर थी। अस्पताल में ज़िंदगी के लिए लड़ रही है। SSP ग़ाज़ियाबाद को नोटिस इशू किया है!

— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) October 19, 2022

इसके बाद स्वाति ने एक वीडियो भी जारी किया। जिसमे उन्होंने कहा कि दिल्ली की एक महिला अपने भाई का जन्मदिन मनाकर गाजियाबाद से वापस आ रही थी, सड़क पर ऑटो का इंतजार कर रही थी। इतने में एक स्कोर्पियो गाड़ी में आए 4 लोग और लड़की को जबरन उठाकर अनजान जगह ले गए। जहाँ पहले से एक शख्स मौजूद था। इन पांच लोगों ने दो दिन तक उसके साथ गैंगरेप किया। उसके प्राईवेट पार्ट में रॉड भी घुसा दी। लड़की की हालत बहुत खराब थी, वो लहुलुहान थी। बाद में उसके हाथ पैर बांधकर बोरी में भरकर सड़क पर फेंक दिया। बाद में लड़की को अस्पताल में भर्ती करवाया, अस्पताल में लोहे की रॉड निकाली गयी है। हमने गाजियाबाद एसएसपी को नोटिस जारी वहशी दरिंदों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने को कहा है।

दिल्ली की महिला का गाजियाबाद में रेप केस: 5 लोगों ने 2 दिन तक अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म किया, सड़क पर हाथ-पैर बांधे बोरे में पड़ी मिली पीड़ित, अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है, डीसीडब्ल्यू ने गाजियाबाद पुलिस को नोटिस जारी pic.twitter.com/f9gYb57XAC

— Punjab Kesari (@punjabkesari) October 19, 2022

स्वाति ने आगे कहा कि मेरे 7 साल के कार्यकाल में हर दिन ऐसे कई मौके आते हैं जब पूरे तरीके से दिल टूटता है क्योंकि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। यह केस एकदम निर्भया जैसा है, इस केस में तुरंत फास्ट ट्रैक करवाकर इन आदमियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।  

स्वाति के इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी। एक्टिविस्ट योगिता भयाना, अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने घटना पर ट्वीट कर अपना गुस्सा जाहिर किया। महामंडलेश्वर यती नरसिंहानंद सरस्वती ने इस घटना में आरोपियों के मजहब पर सवाल उठाते हुए कहा कि निर्भया गैंगरेप मामले में जिस तरह की बर्बरता दिखी थी, उसी तरह की बर्बरता यहां भी दिखाई गई है।

गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र मे हुई रेप की घटना पर महामंडलेश्वर यती नरसिंहानंद सरस्वतीने दिया, सीएम @myogiadityanath से की अपील pic.twitter.com/ri7L9Evl0s

— Special Coverage News (@SpecialCoverage) October 19, 2022

सबसे पहले पुलिस ने क्या कहा?: एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने कहा कि 18 अक्टूबर की सुबह साढ़े 3 बजे थाना नंदग्राम पुलिस को यूपी-112 के माध्यम से सूचना मिली कि आश्रम रोड के पास एक महिला पड़ी हुई है। पुलिस वहां पहुंची और महिला को अस्पताल लेकर गई। वह नंदग्राम क्षेत्र में अपने भाई के यहां आई थी। लौटते समय कुछ लोगों ने उसे उठा लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी महिला के पूर्व से ही परिचित हैं। पहले दो आरोपी बताये, बाद में पांच बताये हैं। इन लोगों ने दुष्कर्म किया। मामले में पुलिस ने महिला के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। चार लोगों को हिरासत में लिया है। महिला का आरोपियों से प्रोपर्टी का विवाद भी चल रहा है, यह केस कोर्ट में है।

थाना नंदग्राम क्षेत्र मे महिला के साथ हुई घटना के सम्बन्ध मे @Uppolice https://t.co/ZpYk3vP0pI pic.twitter.com/KBeyld5eQc

— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) October 19, 2022

इसके बाद गाजियाबाद पुलिस ने एक लिखित बयान में बताया कि महिला को तुरंत मेडिकल के लिए गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल ले जाया। यहां पीड़िता ने मेडिकल कराने से मना कर दिया। महिला को मेरठ मेडिकल अस्पताल रेफर किए जाने के बावजूद अपने परिचय के दिल्ली अस्पताल में इलाज करवा रही हैं है। अब गाजियाबाद पुलिस ने डॉक्टरों से बातचीत करके मेडिकल रिपोर्ट ले रही है और मेडिको लीगल साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। बयान में यह भी कहा गया कि पुलिस ने महिला के पूर्व परिचित 5 लोगों को हिरासत में लिया है।  

नहीं था रॉड का जिक्र: एफआईआर के मुताबिक दिल्ली के दुर्गापुरी निवासी दीनू, शाहरुख, जावेद, धौला, जहीर और औरंगजेब के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज किया गया। हालाँकि एफआईआर में रॉड का जिक्र नहीं था। आरोपियों में शाहरुख और जावेद सगे भाई हैं। उनका दुष्कर्म पीड़िता से दुर्गापुरी स्थित एक मकान को लेकर विवाद कोर्ट में है। पता चला कि महिला अपनी जिद से दिल्ली के जिस GTB अस्पताल में भर्ती हुई, वहां वो पिछले 10 से ज्यादा साल से बतौर नर्स कार्यरत है। सारा स्टाफ उससे भली-भांति परिचित है। वहीं मेडिकल रॉड की पुष्टि नहीं हुई, जांच में सामने आया है कि प्राईवेट पार्ट में लोहे का तार मिला था जो महिला ने खुद रखा था।

घटनास्थल पर मौजूद था महिला का परिचित मित्र: महिला के सड़क किनारे पड़े होने की सूचना पुलिस को राहगीर ने दी लेकिन उससे पहले ही एक युवक वहां मौजूद था। राहगीर ने पुलिस को बताया कि उस युवक ने ही उससे कहा कि तुम पुलिस को फोन करो। जब राहगीर ने उस युवक से कहा कि तुम फोन क्यों नहीं कर रहे? उसने जवाब दिया कि वह फोन नहीं कर सकता, तुम करो। इसके बाद राहगीर ने महिला से कहा कि वह उसके हाथ खोल रहा है लेकिन महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया। 

राहगीर ने पुलिस को बताया कि महिला का चेहरा कपड़े से ढंका था। उसने कपड़ा हटाने को कहा, इससे भी महिला ने इनकार कर दिया। उसने कहा कि तुम पुलिस को फोन करो, खुद हाथ न लगाओ, जल्दी करो, देरी न हो जाए। इस पर उसने पुलिस को 112 पर कॉल करके सूचना दे दी। थोड़ी ही देर में पुलिस आ गई और महिला को अस्पताल के लिए ले गई।  

पुलिस को सूचना देने वाले राहगीर ने बताया कि पुलिस के आते ही वह युवक वहां से चला गया था। उसने उसे आवाज भी दी लेकिन वह नहीं आया। बाद में पुलिस ने युवक को भी हिरासत में ले लिया। पता चला कि वह दिल्ली वेलकम थाने का आजाद है औ वो महिला का परिचित मित्र है। वह वहां मौजूद था लेकिन थोड़ी ही देर में इससे पलट गया और बोला कि वह तो मौके पर गया ही नहीं था।  

घटनास्थल पर नहीं मिली आरोपियों की लोकेशन: पुलिस ने सबसे पहले पांचों नामजद आरोपियों की लोकेशन चेक की तो पता चला कि वे गाजियाबाद में ही नहीं थे। इसके बाद महिला की लोकेशन चेक की गई तो जानकारी मिली कि वह 16 की रात ही दिल्ली पहुंच गई थी और वहां से 18 की रात वापस आई। पुलिस ने आजाद को पकड़कर पूछताछ की तो सच सामने आ गया।  

पुलिस ने किया खुलासा: पुलिस लाइन में मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी मुनीराज जी., एसपी क्राइम डा. दीक्षा शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आईजी ने बताया, “पीड़ित महिला का शाहदरा दिल्ली में स्थित 53 लाख रुपए की प्रॉपर्टी को लेकर गैंगरेप के नामजद आरोपियों से विवाद चल रहा है। साल-2021 में आजाद ने ये प्रॉपर्टी समीना से ली थी। आजाद ने इसकी पॉवर ऑफ अटॉर्नी दीपक जोशी को कर दी। दीपक ने फरवरी-2022 में इसकी पॉवर ऑफ अटॉर्नी पीड़ित महिला के नाम कर दी। प्रॉपर्टी पर कब्जे को लेकर विवाद है और ये केस कड़कड़डूमा कोर्ट दिल्ली में चल रहा है।”

जनपद गाजियाबाद के थाना नंदग्राम से सम्बन्धित प्रकरण मे महिला द्वारा अपने साथियो के साथ षडयंत्र रचते हुए दर्शायी गई झूठी घटना के खुलासे के सम्बन्ध मे प्रेस ब्रीफिंग करते हुए श्रीमान @igrangemeerut#SSP_GZB @IPSMUNIRAJ.1/N@CMOfficeUP @UPGovt @homeupgov @Uppolice @NCWIndia pic.twitter.com/jtA12Q8HUo

— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) October 20, 2022

प्रापर्टी कब्जाने का था प्लान: इस प्रापर्टी को कब्जाने के लिए ही फर्जी सामूहिक दुष्कर्म की साजिश रची गई थी। आरोपितों की साजिश थी कि मकान में रह रहे दो भाई शाहरुख और जावेद और उनके साथियों को दुष्कर्म के आरोप में फंसाकर इस प्रापर्टी पर कब्जा कर लेंगे। इन दोनों भाइयों की मां ने इसी मकान का सौदा दीनू से कर दिया। इसलिए, वह भी विवाद में शामिल हो गया। धौला और औरंगजेब जावेद और शाहरुख के पड़ोसी हैं और विवाद में उनका साथ दे रहे हैं। महिला अपने पति से 12 साल से अलग रही है और उसकी आजाद से पांच साल से दोस्ती है। आईजी ने बताया कि महिला अपनी स्वेच्छा से घटनास्थल पर पड़ी मिली और स्वेच्छा से ही एक नियत स्थान पर दो दिन तक रही। उसका न किडनैप हुआ और न गैंगरेप।

आजाद ने पूछताछ में कबूला है कि घटना से ठीक पहले उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था और घटनास्थल के आसपास ही मौजूद था। इस काम में आजाद ने गौरव निवासी बादलपुर और अफजाल निवासी कैला भट्टा गाजियाबाद को साथ लिया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। जिस गाड़ी में वो घटनास्थल से ले जाई गई, वो गौरव की है।  ऑटो से सीधे अपने फ्लैट पर गई थी महिला आजाद ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि 16 अक्टूबर की रात महिला नर्स का किडनैप नहीं हुआ था। वो भाई की बर्थडे पार्टी के बाद नंदग्राम गाजियाबाद से ऑटो पकड़कर सीधे दिल्ली में जनता फ्लैट स्थित अपने घर पर गई। उसने बच्चे अपनी बहन के घर पर छोड़ दिए थे। बहन को भी अपनी कहानी के बारे में कुछ नहीं बताया। 16, 17 और 18 अक्टूबर को महिला अपने घर में अंदर बंद रही ताकि बाहर किसी को कुछ पता नहीं चले। 18 अक्टूबर की सुबह साढ़े तीन बजे आजाद, गौरव और अफजाल ने महिला को उसके घर से लिया। वे उसे लाल रंग की गाड़ी में बैठाकर लाए और स्क्रिप्ट के अनुसार नंदग्राम इलाके में सड़क किनारे डालकर चले गए।  

सरकार पर दबाव बनाना भी था साजिश का हिस्सा: आजाद की साजिश का हिस्सा यूपी सरकार पर इतना दबाव बना देना था कि वह तुरंत कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर हो जाए और पांचों आरोपियों को जेल भेज दे। उसने दिल्ली के एक युवक को पेटीएम से इसके लिए भुगतान भी किया था। उससे कहा था कि वह घटना के बारे में वीडियो बनाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को भेजे। 

आजाद बोला- जब वो सड़क पर पड़ी थी, तब प्राइवेट पार्ट में रॉड नहीं था: आजाद ने पुलिस को बताया कि नंदग्राम इलाके से पुलिस जब महिला को उठाकर अस्पताल ले गई, तब तक प्राइवेट पार्ट में रॉड नहीं थी क्योंकि ये पार्ट स्क्रिप्ट का हिस्सा नहीं था। ये बाद में खुद महिला ने किया। खुद आजाद इस बात को मान रहा है कि महिला ने संभवत: ऐसा गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल से जीटीबी अस्पताल रेफर होने के दौरान रास्ते में किया होगा।

बच्चों ने बयां की सच्चाई:
महिला के भाई ने कहा था कि मेरे घर से जाने के बाद बहन के घर न पहुंचने पर भांजे का फोन आया। पुलिस
ने नर्स के बच्चों से जानकारी कराई तो पता चला कि वह उन्हें अपनी बहन के घर
छोड़ गई थी। खुद भाई के जन्म दिन समारोह से जाने के बाद दिल्ली में अपने
घर पर ही रही।

भाई को रखा अंधेरे में: महिला ने झूठी कहानी बनाई, लेकिन इसकी जानकारी भाई को नहीं थी। उससे नर्स
जैसे कहती गई, वह वैसा ही करता रहा। उसने ही रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस का
कहना है कि उसे साजिश के बारे में कोई जानकारी नहीं।

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