आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने मध्यप्रदेश के भोपाल में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सबसे थाली बजबाओ उससे तरंगे निकलेंगी उससे कोरोना भाग जाएगा, भागा कोरोना? हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि अरविन्द केजरीवाल का दावा गलत है।
आआप के ऑफिसल हैंडल से अरविन्द केजरीवाल का 32 सेकेंड्स का एक वीडियो ट्वीट किया गया है। इस वीडियो में अरविन्द केजरीवाल कहते हैं कि कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री होंगे तो कोई आकर कहेगा प्रधानमंत्री जी, सब से थाली बजवाओ, जो तरंगे निकलेंगी उससे कोरोना भाग जाएगा। पूरे देश से थाली चम्मच बजवा दी। बोले प्रधानमंत्री कह रहे हैं तो होगा ही कुछ, भागा कोरोना? इसलिए देश के प्रधानमंत्री को पढ़ा-लिखा होना बहुत जरूरी है।
कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री होंगे तो कोई आकर कहेगा ‘प्रधानमंत्री जी, सब से थाली बजवाओ, Corona भाग जाएगा।’
पूरे देश से थाली बजवा दी! भागा कोरोना? इसलिए देश के प्रधानमंत्री को पढ़ा-लिखा होना बहुत ज़रूरी है।
-CM @ArvindKejriwal #AnpadhPM pic.twitter.com/pbtdXosvjf
— AAP (@AamAadmiParty) March 14, 2023
क्या है हकीकत?: पड़ताल में हमने सम्बन्धित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो हिंदी समाचार बेबसाईट हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट मिली। 19 मार्च 2020 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि 22 मार्च को हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें जो जोखिम उठाकर आवश्यक कामों में लगे हैं, इस महामारी से लड़ने में मदद कर रहे हैं। रविवार को ठीक 5 बजे हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बालकनी-खिड़कियों के सामने खड़े होकर पांच मिनट तक ताली-थाली बजा कर उन लोगों के प्रति कृतज्ञता जताएं, जो कोरोना से बचाने में हमें लगे हैं।
इसके बाद हमने प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन का 19 मार्च 2020 का वीडियो खंगाला। यह वीडियो हमे नरेंद्र मोदी यूट्यूब चैनल पर मिला इस वीडियो में 16:58 मिनट से प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि साथियों, पिछले 2 महीनों से लाखों लोग, अस्पतालों में,एयरपोर्ट्स पर,दिन रात काम में जुटे हुए हैं। चाहे डॉक्टर, नर्स हों, हॉस्पिटल का स्टाफ हो, सफाई करने वाले भाई-बहन हों, एयरलाइंस के कर्मचारी हों, सरकारी कर्मचारी हों, पुलिसकर्मी हों, मीडिया कर्मी हों, रेलवे-बस-ऑटो रिक्शा की सुविधा से जुड़े लोग हों, होम डिलिवरी करने वाले लोग हों,ये लोग, अपनी परवाह न करते हुए,दूसरों की सेवा में लगे हुए हैं। आज की परिस्थितियां देखें तो ये सेवाएं सामान्य नहीं कही जा सकती। आज खुद इनके भी संक्रमित होने का पूरा खतरा है। बावजूद इसके ये अपना कर्तव्य निभा रहे हैं, दूसरों की सेवा कर रहे हैं। ये राष्ट्र-रक्षक की तरह कोरोना महामारी और हमारे बीच में खड़े हैं। देश इनका कृतज्ञ है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं चाहता हूं कि 22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें। रविवार को ठीक 5 बजे, हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें। ताली बजाकर, थाली बजाकर या फिर घंटी बजाकर, हम इनका हौसला बढ़ाएं, सैल्यूट करें। पूरे देश के स्थानीय प्रशासन से भी मेरा आग्रह है कि 22 मार्च को 5 बजे, सायरन की आवाज से इसकी सूचना लोगों तक पहुंचाएं। सेवा परमो धर्म के हमारे संस्कारों को मानने वाले ऐसे देशवासियों के लिए हमें पूरी श्रद्धा के साथ अपने भाव व्यक्त करने होंगे।
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाली-चम्मच बजाकर कोरोना भागने की बात नहीं कही थी, उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जुटे डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, मीडियाकर्मियों को धन्यवाद अर्पित करने का आह्वान किया था।