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24 Dec 2024, Tue

पड़ताल: क्या योगी आदित्यनाथ ने ANI के मीडियाकर्मी को अपशब्द बोला, एडिट है वीडियो?

 

सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के सिविल अस्पताल में कोविड वैक्सीन की पहली डोज ली। टीका लगवाने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ओर देश के वैज्ञानिकों को भी धन्यवाद दिया। लेकिन उनके इस वक्तव्य का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सीएम योगी ने एएनआई के मीडियाकर्मी को अपशब्द कहते हुए नजर आ रहे रहे हैं, वहीं लोगों को दावा है कि इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गयी है।


सोशल मीडिया मे वायरल वीडियो 26 सेकेंड्स का है। इस वीडियो में योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि कोरोना वैक्सीन  मुफ्त में उपलब्ध करवाने के लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का ह्रदय से आभार प्रकट करता हूँ। देश के वैज्ञानिकों का भी अभिनन्दन करता हूँ।’ इसके आगे के आखिरी तीन सेकेंड्स में अपशब्द कहे गये हैं।

⚠WARNING: Fake Yogi’s non-sanskari language ahead. pic.twitter.com/JHHJBhjQrY

— AAP (@AamAadmiParty) April 5, 2021



इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया में हडकम्प मच गया। इसी वायरल वीडियो के आखिरी 8 सेकेंड्स के हिस्से को पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने साझा करते लिखा, ‘ये है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का असली चेहरा। ANI के कैमरामैन को ज़रा सी आवाज पर ‘चूतिया कहीं के’ कह कर संबोधित कर रहे हैं। खैर ANI के साथ यही होना चाहिए, देश की सबसे बड़ी एजेंसी जब सरकारी प्रवक्ता से भी बदतर चाटुकारिता करने लगे तब यह होना लाज़मी है। संत की भाषा सुनिए।’

ये है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का असली चेहरा।

ANI के कैमरामैन को ज़रा सी आवाज पर ‘चूतिया कहीं के’ कह कर संबोधित कर रहे हैं।

खैर ANI के साथ यही होना चाहिए, देश की सबसे बड़ी एजेंसी जब सरकारी प्रवक्ता से भी बदतर चाटुकारिता करने लगे तब यह होना लाज़मी है।

संत की भाषा सुनिए। pic.twitter.com/bWY1J1gCCR

— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) April 5, 2021



वहीं वीडियो वायरल होने के बाद कुछ लोगों ने दावा किया है कि इस वीडियो को एडिट कर साझा किया जा रहा है। एक बेबसाईट ‘ब्रेकिंग ट्यूब’ ने इस सम्बन्ध में आर्टिकल प्रकाशित किया है। बेबसाईट का कहना है कि उसने इस वीडियो की गहनता से जाँच की जिसमे यह वीडियो फर्जी निकला है। बेबसाईट का यह  भी कहना है कि आखिरी के तीन सेकेंड्स में योगी आदित्यनाथ से मिलती जुलती आवाज को जोड़ दिया गया है हालाँकि इस बेबसाईट ने असल वीडियो जारी नहीं किया है। न ही उस पर कोई बात की है।

पत्रकार दीपक चौरिसया ने ट्विट कर लिखा कि सीएम योगी के आपत्तिजनक शब्द बोलने का मामला। एडिटेड निकला सीएम योगी का वीडियो, वीडियो के आखिरी 3 सेकेंड में जोड़े गए आपत्तिजनक शब्द।

सीएम योगी के आपत्तिजनक शब्द बोलने का मामला। एडिटेड निकला सीएम योगी का Video, वीडियो के आखिरी 3 सेकेंड में जोड़े गए आपत्तिजनक शब्द। @shalabhmani

— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) April 5, 2021

क्या है हकीकत?

सोशल मीडिया में वायरल 26 सेकेंड्स के वीडियो पर नजर डाली जाए तो इस वीडियो का फ्रेम शुरुआत से ही हिलता-जुलता प्रतीत होता है। इस दौरान योगी आदित्यनाथ नजर ठीक कैमरे के सामने है। वायरल वीडियो में 15 सेकेंड्स पर फ्रेम के हिलने की गति बढ़ जाती है और 22वें सेकेंड्स पर पीछे से कैमरामेन की आवाज आती हैं, यहाँ सीएम योगी आदित्यनाथ रुक जाते हैं और उनकी नजरें यहाँ कैमरे पर नहीं होती बल्कि पीछे कैमरामैन पर हैं। इसके बाद सीएम योगी कथित तौर पर कैमरामैन को अपशब्द बोलते हैं, आखिरी के इन 4 सेकेंड्स में यह भी देखा जा सकता है कि एएनआई का माईक भी फ्रेम से हटकर पीछे की ओर चला जाता है।

 

यहाँ तक बात स्पष्ट है कि किसी तकनीकी खामी की वजह से वायरल वीडियो का फ्रेम शुरुआत से ही हिल रहा था जिसकी वजह से कैमरामैन ने सीएम योगी को रोका और उसके बाद माईक भी फ्रेम से हटा दिया गया। वहीं आखिरी के 3 सेकेंड्स में अलग से शब्दों को जोड़ने की बात की जाए तो यह एएनआई का लाइव प्रसारण था, इसे न्यूज 18 और एबीपी गंगा समाचार चैनल लाईव दिखा रहे थे। यहाँ भी वीडियो में अपशब्द का जिक्र है।

 

वहीं एएनआई ने कुछ ही देर बाद एक नया वीडियो जारी इसके साथ कैप्शन में लिखा है कि पहले साझा की गई लाइव साउंड बाइट वापस ले ली गई है। जिससे यह भी स्पष्ट है कि एएनआई के लाइव वीडियो में कुछ तो गड़बड़ थी जिसकी वजह से उसे हटाया गया।

एएनआई द्वारा जारी नया वीडियो 5 मिनट 24 सेकेंड्स का है। इस वीडियो में योगी आदित्यनाथ जानकारी
दे रहे हैं कि उन्होंने कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है। वे कहते हैं कि
पहले कोरोना से लड़ाई में लोगों ने काफी सहयोग किया, लेकिन अब लापरवाही की
वजह से केसेज बढ़ रहे हैं। सबको सतर्क रहने की जरूरत है।

Video byte of UP CM Yogi Adityanath on Covid vaccination

(Editors note: Earlier issued Live Sound byte is retracted) pic.twitter.com/td9qQHSnrX

— ANI UP (@ANINewsUP) April 5, 2021



पूर्व कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला ने सीएम योगी आदित्यनाथ के वायरल वीडियो को फर्जी बताया है। उनके ट्विट में एक फ्रेम वायरल वीडियो है तो दूसरे फ्रेम में एक दूसरा वीडियो है। शहजाद पूनावाला ने इस फ्रेम में वायरल वीडियो को एडिटिड बताया है वहीं दूसरे वीडियो को असली बताया है। जबकि यह दोनों वीडियो अलग अलग हैं, जिन्हें अब एक साथ जोड़ा जा रहा है।

Blatant attempt to use edited video & spread fake news against ⁦@myogiadityanath⁩ now busted

Watch the edited & fake video & original one –

@TeamSP_Official⁩ condemns this#YogiVirodhFakeNewsBusted

@shalabhmani⁩ ⁦@BJP4UP⁩ ⁦@myogiofficepic.twitter.com/nhUuYXyFH6

— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) April 5, 2021



शहजाद पूनावाला ने अपने ट्विट में वायरल वीडियो के आखिरी 3 सेकेंड्स के अपशब्दों को लिया है। इसके 26 सेकेंड्स के वीडियो पर नजर डाली जाए तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ‘कोरोना वैक्सीन  मुफ्त में उपलब्ध करवाने के लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री जी का, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूँ। देश के वैज्ञानिकों का अभिनन्दन करता हूँ।’

वहीं शहजाद जिसे असल वीडियो बता रहे हैं उसमे सीएम योगी कहते हैं, ‘देश के और दुनिया के लोगों को बचाने के लिए भारत ने जो दो स्वदेशी वैक्सीन लाँच की हैं उसमे मैंने भी आज वैक्सीन ली है। देशवासियों को कोरोना वैक्सीन  मुफ्त में उपलब्ध करवाने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी का आभार। देश के उन सभी वैज्ञानिकों का जिन्होंने वैक्सीन समय से दो दो वैक्सीन भारत के अंदर लाँच की है। उनका मैं अभिनन्दन करता हूँ।’

शहजाद पूनावाला ने जिस वीडियो को असली वीडियो बताया है, दरअसल वो एएनआई द्वारा जारी किए गए 5 मिनट के वीडियो का हिस्सा है जबकि वायरल वीडियो इससे अलग है। इन दोनों वीडियो में सीएम योगी आदित्यनाथ के वक्तव्य आपस में नहीं
मिलते हैं। इसी तरह ‘ब्रेकिंग ट्यूब’ बेबसाईट ने अपनी पड़ताल में वायरल वीडियो को फर्जी तो बताया लेकिन असल वीडियो कहाँ हैं इसका उल्लेख नहीं किया। अगर आखिरी 3 सेकेंड्स पर अपशब्द जोड़े गए हैं तो उसका असल वीडियो कहाँ हैं, सवाल यह भी है आखिर एएनआई को लाईव वीडियो हटाने की जरूरत क्यों पड़ी थी?

हकीकत में यूपी सीएम का वायरल वीडियो एडिट नहीं था। यह एक लाईव प्रसारण था। एएनआई के वीडियो हटाने के बाद अन्य समाचार चैनल्स ने भी इस वीडियो को हटा दिया।

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