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24 Dec 2024, Tue

पेरिस: अल्लाह हू अकबर का नारा लगाकर पैगंबर साहब का कार्टून दिखाने वाले शिक्षक का सिर काटा

 

फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छात्रों को दिखाए जाने से नाराज एक शख्स ने शिक्षक को मौत के घाट उतार दिया। उसने पहले अल्लाह हू अकबर के नारे लगाये और फिर शिक्षक का गला रेत दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हमलावर उसकी मौत हो गई है। 

शुक्रवार को यह हमला राजधानी पेरिस के पूर्वी-पश्चिमी इलाक़े में कॉन्फ्लैन्स सौं होनोरी नाम के एक स्कूल के नज़दीक हुआ। डेलीमेल की खबर के अनुसार शिक्षक ने हाल में बच्चों को पैगंबर का कार्टून दिखाया था जिससे अज्ञात शख्स नाराज था। शिक्षक ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पाठ पढ़ाते समय अपने छात्रों को पैगंबर मोहम्मद के वो कार्टून दिखाए थे जो कुछ साल पहले फ़्रेंच पत्रिका शार्ली एब्दो ने छापे थे।




वह टीचर के सामने चाकू लेकर पहुंचा और उनका सिर काट दिया। सूचना पाकर जब पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी वहीं मौजूद था। पुलिस को हथियार दिखाकर वह मौके से भाग निकला। करीब दो मील दूर पहुंचकर उसने फिर से पुलिस को बंदूक दिखाई और सरेंडर करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने उसे गोली मार दी और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गईपुलिस ने एक नाबालिग सहित चार अन्य आरोपियों को भी इस संबंध में गिरफ्तार किया है 

फ़्रेंच अख़बार ‘ले मोंदे‘ के अनुसार हमले में मारे गए शिक्षक इतिहास और भूगोल पढ़ाते थे फ़्रेंच मीडिया के मुताबिक़ इस महीने की शुरुआत में कुछ मुसलमान अभिभावकों ने इस बारे में शिक्षक की शिकायत की थीशिक्षक
पर हुए हमले के बाद शार्ली एब्दो ने ट्वीट किया, “असहिष्णुता एक नई हद पर
पहुँच गई है और ऐसा लगता है कि हमारे देश में आतंक फैलाने से इसे कुछ
नहीं रोक पा रहा है
 

Cet acte immonde endeuille notre démocratie mais doit nous rendre plus combatifs que jamais pour défendre notre Liberté.

— Charlie Hebdo (@Charlie_Hebdo_) October 16, 2020




फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शिक्षक को इस्लामिक आतंकी हमले का पीड़ित बताया है और कहा है कि वो अभिव्यक्ति की आज़ादी के समर्थक थे उन्होंने हमलावर को ‘इस्लामिस्ट टेररिस्ट अटैक’ कहा हैराष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो ने इसे इतिहास की हत्या करार दिया है। उन्होंने कहा कि आतंकी ने देश के गणतंत्र के खिलाफ हमला किया है। उन्होंने कसम खाई कि ये लोग फ्रांस को विभाजित नहीं कर पाएंगे। उन्होंने नागरिकों से हिंसा के विरोध में एकजुट होने की अपील की है और कहा है आतंकवाद की कभी जीत नहीं हो सकती 

वहीं फ़्रांस के शिक्षा मंत्री ज्यां माइकल ब्लैंकर ने ट्वीट करके कहा कि एक शिक्षक का मारा जाना सीधे-सीधे फ़्रांस पर हमला है। उन्होंने कहा कि उनकी संवेदनाएं मृतक शिक्षक और उनके परिवार के साथ हैं। शिक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, “इस्लामिक आतंकवाद से लड़ने का जवाब सिर्फ़ एकता और दृढ़ता से ही दिया जा सकता है।”

Ce soir, c’est la République qui est attaquée avec l’assassinat ignoble de l’un de ses serviteurs, un professeur.
Je pense ce soir à lui, à sa famille.
Notre unité et notre fermeté sont les seules réponses face à la monstruosité du terrorisme islamiste.
Nous ferons face .

— Jean-Michel Blanquer (@jmblanquer) October 16, 2020




बताया जा रहा है कि हमलावर शख्स रूस के चेचेन्या का रहने वाला था। जिसके बाद से रूसी खुफिया एजेंसी और पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही हैं। चेचेन्या रूस के कब्जे वाला अशांत इलाका है। जहां इस्लामी आतंकी आए दिन रूसी फौज के साथ छापामार युद्ध लड़ते रहते हैं। इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए भारी संख्या में रूसी जवान हमेशा तैनात रहते हैं।

गौरतलब है कि पेरिस में साल 2015 में शार्ली एब्दो पत्रिका को पैगंबर मोहम्मद का विवादित कार्टून प्रकाशित करने के लिए निशाना बनाया गया था. इस हमले में पत्रिका के प्रसिद्ध कार्टूनिस्टों समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी. कुछ दिन बाद पेरिस में इसी से जुड़े एक अन्य हमले में पाँच लोगों की जान चली गई थी. इन हमलों के बाद फ्रांस में चरमपंथी हमलों का सिलसिला शुरू हो गया था

Ce soir, c’est la République qui est attaquée avec l’assassinat ignoble de l’un de ses serviteurs, un professeur.
Je pense ce soir à lui, à sa famille.
Notre unité et notre fermeté sont les seules réponses face à la monstruosité du terrorisme islamiste.
Nous ferons face .

— Jean-Michel Blanquer (@jmblanquer) October 16, 2020


व्यंग्य
पत्रिका शार्ली एब्दो के दफ़्तर पर हुए हमले के मामले में दो जिहादी
हमलावरों की मदद करने के आरोप में 14 लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा चल रहा है
अभी हाल ही में पत्रिका ने उन विवादित कार्टूनों को फिर से प्रकाशित किया था इसके बाद एक पाकिस्तानी मूल के एक शख़्स ने पत्रिका के दफ़्तर के बाहर हमला करके दो लोगों को घायल कर दिया था

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