फोटो क्रेडिट: अमर उजाला |
लुधियाना की एकता को शाकिब ने अमन बनकर प्रेमजाल में फंसाया। करीब छह महीने प्यार का नाटक किया। उसके बाद स्वजनों के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने एक साल बाद इस घटना का खुलासा किया है। लेकिन शाकिब की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया में उसकी मौत की खबरें भी दौड़ गयी।
क्या है मामला?
बीते साल 2019 में 13 जून को उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के गांव लोईया में किसान सबी अहमद के खेत से एक युवकी का शव मिला था। उसका सिर और एक हाथ अलग था। दरअसल गांव में एक कुत्ता इंसानी शरीर का एक हाथ मुंह में लेकर घूमता लोगों को दिखा था। इसके बाद एक गन्ने के खेत में पुलिस को युवती का शव मिला था। उस दौरान युवती की शिनाख्त नहीं हुई थी। पुलिस ने ही युवती का अंतिम संस्कार करा दिया था।
पुलिस ने इस मामले में एक साल बाद मुख्य हत्यारोपी सहित उसके परिवार को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला कि शाकिब नाम के शख्स ने अमन बनकर एकता को प्रेमजाल में फंसाया था। लेकिन जब उसकी हकीकत एकता को पता चली तो उसने एकता को रास्ते से हटा दिया। वहीं शाकिब की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मुठभेड़ में मौत की खबर चर्चा में हैं। लेकिन मेरठ पुलिस ने इसे अफवाह बताया है। मेरठ पुलिस ने शाकिब का एक वीडियो भी जारी किया है।
उक्त प्रकरण मे पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा बताया कि अभियुक्त शाकेब जिन्दा है, जिसका ईलाज मेडिकल अस्पलात में चल रहा है। मृत्यु की खबर असत्य है।— MEERUT POLICE (@meerutpolice) June 4, 2020
दरअसल मंगलवार (2 जून) को एसएसपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पुलिसकर्मी उसे मेडिकल के लिए ले जा रहे थे। इसी दौरान उसने एक सिपाही को गोली मारकर भागने की कोशिश की हालांकि कुछ समय बाद मुठभेड़ में शाकिब को पकड़ लिया, करीबन 20 मिनट की इस कार्रवाई में शाकिब को गोली भी लगी, जिसके बाद वो इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। लेकिन नवभारत टाइम्स बेबसाईट की एक खबर से शाकिब की मौत की अफवाह फैल गयी हालाँकि अब बेबसाईट ने अपनी खबर को एडिट कर लिया है।
कैसे हुआ इस घटना का खुलासा:
कैसे हुआ इस घटना का खुलासा:
एसएसपी मेरठ अजय सहानी के मुताबिक क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में लापता के बारे में जानकारी कराने पर लड़की के बारे में जानकारी नहीं मिली थी। बाद में लोईया गांव उन सभी युवाओं के बारे में जानाकरी खंगाली गई जो कि मेरठ से बाहर नौकरी करते थे। पुलिस को पता चला कि लोईया का शाकिब पंजाब के लुधियाना में नौकरी करता हैं। वहां की करीब 23 साल की लड़की एक साल से गायब हैं। ल़ड़की पंजाब के लुधियाना में मोतीनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। वह बीकॉम की छात्रा थी।
पुलिस की जांच में पता चला कि मेरठ के शाकिब ने लुधियाना में अपना नाम बदकर अमन कर लिया था। वह मई 2019 में छात्रा को लेकर लुधियाना से फरार हो गया। छात्रा अपने घर से करीब 25 लाख रुपये की जूलरी और नकदी लेकर शाकिब के साथ भाग आई थी। बताते हैं कि शाकिब मेरठ आया और गांव से चार किलोमीटर दूर दौराला में एक मकान किराए पर लिया। इसके बाद भी छात्रा को शाकिब के अमन होने का कोई पता नहीं चला। 2019 में ईद के दिन शाकिब छात्रा को अपने घर ले गया, जब जाकर उसे शाकिब के परिवार की असलियत का पता चला। एकता ने साथ रहने से इन्कार कर दिया था।
इसके बाद दोनों में झगड़ा हुआ। शाकिब ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इस बीच उसने एक दिन उसे बाहर ले जाने के लिए कहा और फिर नशीली दवा पिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद शाकिब ने पास के खेत में ले जाकर छात्रा की हत्या कर दी और गला काटकर शव को खेत में दफना दिया। पुलिस ने बताया कि युवती की हत्या में आरोपी शाकिब, उसका पिता मुस्तकीम, भाई मुसरत, भाभी इस्मत पत्नी मुसरत, भाभी रेशमा पत्नी नावेद, दोस्त अयान पुत्र रमजान निवासी लोहिया गांव शामिल थे। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त बलकटी, एक फावड़ा और युवती का मोबाइल बरामद किया है।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया में शाकिब की मौत की खबर अफवाह है, घायल शाकिब का पुलिस कस्टडी में इलाज चल रहा है।