देश में अरावली को लेकर चर्चा के बीच सोशल मीडिया एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में लोग सड़कों को तिरंगा लिए नारे लगाते हुए दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि लोग अरावली बचाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि पड़ताल में यह दावा गलत निकला।
पत्रकार नरेंद्र नाथ मिश्रा ने लिखा, ‘कम से कम जनता ने असली मुद्दों को पहचानना शुरू किया है। अरावली का सरंक्षण बड़ा मुद्दा है। इसकी माँग होनी ही चाहिए’
कम से कम जनता ने असली मुद्दों को पहचानना शुरू किया है। अरावली का सरंक्षण बड़ा मुद्दा है। इसकी माँग होनी ही चाहिए
— Narendra Nath Mishra (@iamnarendranath) December 18, 2025
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Voice of Tribals ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘राजस्थान में अरावली पर्वत माला को बचाने के लिए लोग सड़कों पर हैं, यह तस्वीर राजस्थान की वर्तमान स्थिति को उजागर करती है जहाँ कॉर्पोरेट की मांग पर जंगल उजाड़े जा रहे हैं, और सरकार आँखें मूँद कर साथ दे रही है।’
राजस्थान में अरावली पर्वत माला को बचाने के लिए लोग सड़कों पर हैं,
— Voice Of Tribals 🏹 (@VoiceOfTribals_) December 17, 2025
यह तस्वीर राजस्थान की वर्तमान स्थिति को उजागर करती है जहाँ कॉर्पोरेट की मांग पर जंगल उजाड़े जा रहे हैं, और सरकार आँखें मूँद कर साथ दे रही है।#savearavali #SaveAravaliHills pic.twitter.com/3nRRgf6nsx
आरजेडी नेता अनीता यादव ने लिखा, ‘दरअसल मोदी का कोई है नहीं और उसकी खुद की कितनी जिंदगी बची है? तो वो जाते-जाते सब बर्बाद कर देगा ! ना जंगल रहेगा, ना जमीन, ना जल ,ना पहाड़ ,ना हवा … पर मोदी को फर्क क्यों पड़ेगा ? जिसका आगे नाथ न पीछे पगहा है .. राजस्थान में अरावली पर्वत माला को बचाने के लिए लोग सड़कों पर हैं, लेकिन कॉरपोरेट दबाव में बिक चुकी मीडिया को यह संघर्ष दिखाई नहीं देता है। मीडिया की चुप्पी भी इस अपराध में भागीदारी है।’
दरअसल मोदी का कोई है नहीं और उसकी खुद की कितनी जिंदगी बची है? तो वो जाते-जाते सब बर्बाद कर देगा !
— Anita yadav (@Anitahzb) December 19, 2025
ना जंगल रहेगा, ना जमीन, ना जल ,ना पहाड़ ,ना हवा … पर मोदी को फर्क क्यों पड़ेगा ?
जिसका आगे नाथ न पीछे पगहा है ..
राजस्थान में अरावली पर्वत माला को बचाने के लिए लोग सड़कों पर… pic.twitter.com/GdQzO0ifAN
इसके अलावा अनीता, सौरव दास, सुमन, जीएस बन्ना, एडवोकेट साहब ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने इस वीडियो के स्क्रीनशॉट को रिवर्स सर्च किया तो यह वीडियो हमें 6 दिसंबर 2025 को CG BOX नाम के यूट्यूब चैनल पर पोस्ट मिला। जिसमें इसे छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान में श्री सीमेंट के प्रस्तावित सीमेंट प्लांट और चूना पत्थर खदान के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शन का बताया गया है।
हमने इन कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया तो 6 दिसम्बर को प्रकाशित दैनिक भास्कर रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में प्रस्तावित श्री सीमेंट लिमिटेड की संडी चूना पत्थर खदान परियोजना का ग्रामीणों ने विरोध किया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खदान और सीमेंट संयंत्र से होने वाला धूल-प्रदूषण गांवों के पर्यावरण और निवासियों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालेगा। ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शनकारियों ने राजनांदगांव-कवर्धा मुख्य सड़क को जाम कर दिया। पुलिस फोर्स जब प्रदर्शनकारियों को हटाने पहुंची, तो उनकी जवानों के साथ झड़प हो गई।
| दावा | लोग अरावली बचाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। |
| हकीकत | यह वीडियो छत्तीसगढ़ का है। खैरागढ़-छुईखदान में ग्रामीणों ने श्री सीमेंट के प्रस्तावित सीमेंट प्लांट और चूना पत्थर खदान का विरोध किया था। |

