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2 Apr 2025, Wed

यह वीडियो अरविंद सिंह मेवाड़ का नहीं, उनके निधन पर पीएम मोदी द्वारा शोक संदेश न भेजने का दावा भी गलत है

राजस्थान के मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का 16 मार्च 2025 को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनके बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने उन्हें मुखाग्नि दी। 81 वर्षीय अरविंद सिंह महाराणा प्रताप के वंशज थे। इस बीच सोशल मीडिया में एक वायरल है, इस वीडियो के साथ लोग दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी वोट लेने के लिए अरविंद सिंह मेवाड़ के पैर छूने पहुँच गए थे लेकिन उनके निधन पर दो शब्द नहीं कहे।

प्रतिभा सिंह चौहान ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘वोट लेने के लिए एक आदर्श बहु की तरह तीन तीन बार पैर छुने की नौटंकी, और अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर शोक के दो शब्द नही, फिर भी क्षत्रिय हिंदुत्व के लिए संतरा की आरती उतारते रहते हैं, क्षत्रियों की बुद्धि का इतना चीर हरण तो विधर्मीयों के शासन काल में भी नही हुआ था’

परमवीर सिंह राठौर ने लिखा, ‘वोट लेने के लिए एक आदर्श बहु की तरह तीन तीन बार पैर छुने की नौटंकी, और अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर शोक के दो शब्द नही, फिर भी क्षत्रिय हिंदुत्व के लिए संतरा की आरती उतारते रहते हैं, जागो क्षत्रियों बुद्धि विहिन मत बनो एकता मे शक्ति’

चाहिल सिंह भाटी ने लिखा, ‘वोट लेने के लिए एक आदर्श बहु की तरह तीन बार पैर छुने की नौटंकी और अरविंद सिह मेवाड़ के निधन पर शोक के दो शब्द नही क्षत्रियो की बुद्धि का इतना चीर हरण तो विधर्मीयो के शासन काल मे भी नही हुआ था’

इसके अलावा दीपिका सिंह राजावत, मुकेश राठौड़ ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है।

क्या है हकीकत? अपनी पड़ताल में हमने वायरल वीडियो के सम्बन्ध में गूगल सर्च किया तो वायरल वीडियो से सम्बंधित तस्वीरें पीएम मोदी के एक्स अकाउंट पर मिली। पीएम मोदी ने मई 2024 में इन तस्वीरों को पोस्ट करते हुए लिखा था कि जामनगर पहुंचकर जाम साहब श्री शत्रुशल्य सिंह जी के निवास पर गया और उनसे बहुत अच्छी बातचीत हुई। उनसे मिलना हमेशा ही सुखद होता है। उनकी गर्मजोशी और बुद्धिमत्ता अनुकरणीय है।

इस सम्बन्ध में हमे दैनिक भास्कर की रिपोर्ट से पता चला कि शत्रुशल्य सिंह गुजरात के जामनगर के राजघराने से आते हैं। जाम साहब नवानगर के शासक राजकुमार की उपाधि है, जो अब गुजरात में जामनगर है। जाम साहब राजपूतों के जाम जाडेजा वंश से थे। जाम रावलजी 1540 में नवानगर के पहले जाम साहब थे। उन्होंने कच्छ से प्रवास किया और हलार क्षेत्र में नवानगर की स्थापना की। इसमें 999 गांव शामिल हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि जाम साहब शत्रुशल्य सिंह जी के पिता दिग्विजय सिंह थे जिन्होंने जाम साहब का पद 33 साल तक संभाला। उनके चाचा रणजीत सिंहजी ने उनको गोद लिया और अपना वारिस बनाया। जाम साहब रणजीत सिंह के नाम पर ही भारतीय क्रिकेट की डोमेस्टिक टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेली जाती है। जाम साहब रणजीत सिंह के नाम पर ही भारतीय क्रिकेट की डोमेस्टिक टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेली जाती है। रणजीत सिंह के भाई जुवान सिंह के बेटे दलीप सिंह के नाम पर दलीप ट्रॉफी खेली जाती है। बीते साल जाम साहब शत्रुशल्य सिंह ने अपने राजघराने के वारिस का ऐलान कर पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को अपना उत्तराधिकारी चुना था।

इसके बाद हमे मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के एक्स प्रोफाइल पर एक पोस्ट मिला। लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने अपने एक्स अकाउंट पर पीएम मोदी का एक पत्र पोस्ट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पत्र में अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर शोक जताते जताया है। 18 मार्च 2025 के इस पत्र को पोस्ट करते हुए लक्ष्यराज ने लिखा है, ‘व्यक्तिगत और राष्ट्रीय क्षति: प्रधानमंत्री मोदी जी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए परिवार के प्रति सहानुभूति जताई। मैं और मेरा परिवार आपके भावपूर्ण शोक संदेश और आत्मीय समर्थन के लिए हृदय से आभारी हैं।’

इस पत्र में पीएम मोदी ने लक्ष्यराज सिंह को संबोधित करते हुए लिखा, ‘अपने पिता को खोने की पीड़ा आपके लिए कितनी गहरी होगी, यह मैं समझ सकता हूं। उनके निधन से आपके जीवन में आए खालीपन की पीड़ा को शब्दों में व्यक्त कर पाना कठिन है।अरविंद सिंह मेवाड़ परिवार के लिए एक सशक्त आधार और प्रेरणास्रोत थे। आज वह सशरीर आप लोगों के साथ नहीं हैं, पर उनकी स्मृतियां और जीवन मूल्य सदैव आप सभी के साथ रहेंगे। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह इस अपूरणीय क्षति की घड़ी में शोक संतप्त परिवार और शुभचिंतकों को यह दुख सहन करने का धैर्य और संबल प्रदान करें।’

प्रधानमंत्री ने लिखा कि मेवाड़ घराने का एक गौरवशाली और संपन्न इतिहास रहा है। मेवाड़ में ऐसे अनेक शूरवीर और देशभक्त रहे, जिन्होंने अपने स्वाभिमान और मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मेवाड़ की समृद्ध विरासत को संजोने और उसे आगे ले जाने में अरविंद सिंह मेवाड़ का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने लिखा, ‘अरविंद सिंह मेवाड़ का जीवन जनकल्याण के लिए समर्पित था। जरूरतमंदों की सेवा के लिए वह हमेशा तत्पर रहते थे, वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी भी थे। संगीत, कला, साहित्य एवं खेल के प्रति उनका विशेष अनुराग था।’

दावा हकीकत
पीएम मोदी चुनाव के वक्त वोट के लिए अरविंद सिंह मेवाड़ के पैरे छूने गए थे लेकिन उनकी मौत पर कुछ नहीं कहा।वायरल वीडियो अरविन्द सिंह मेवाड़ का नहीं, गुजरात के जामनगर के जाम साहब शत्रुशल्य सिंह से पीएम मोदी की मुलाकात का है। साथ ही अरविंद सिंह मेवाड़ का निधन 16 मार्च को हुआ था, पीएम मोदी ने 18 मार्च को उनके परिवार को शोक संदेश भेजा था।

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