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18 Feb 2025, Tue

बीजेपी ने गाय काटने वाली कंपनी से चंदा लिया? वायरल वीडियो में खान सर का दावा झूठा है

बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग ने चुनावी बॉन्ड से जुड़ा डेटा प्रकाशित कर दिया है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से मिले नए आंकड़ों में चुनावी बॉन्ड के खरीदार का नाम, भुनाने वाली पार्टी का नाम और बॉन्ड के सीरियल नंबर जैसी डिटेल भी शामिल है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि किस कंपनी ने किस राजनैतिक दल को चंदा दिया है। इस बीच सोशल मीडिया में मशहूर कोचिंग टीचर खान सर उर्फ फैजल खान का एक वीडियो वायरल है, इस वीडियो में फैजल खान कहते हैं कि चुनाव में पैसा बहुत लगता है, इलेक्टोरल बॉन्ड में गाय-भैंस का मीट बेचने वाली कम्पनियां ढाई सौ चंदा दे रही हैं। कमाई कितनी होगी, सोचिए। कितना गाय काटा होगा, आईडिया लगाइए बस। आस्था को अस्थमा करवा दिया। आप सोचिए, बढ़िया गाय 20-25 हजार में मिल जाती है, इस हिसाब से कितनी हजार गाय काटा होगा तब जाकर उसे हजार-दो हजार का प्रॉफिट हुआ होगा।

कांग्रेस समर्थक शांतनु ने लिखा, ”बीफ बेचने वाली’ कंपनियों और बीजेपी के बीच रिश्ता! कितनी गायें हैं…जरा कल्पना करें’

The relationship between ‘beef selling’ companies and BJP.

Ho many cows…just imagine…. pic.twitter.com/DWvOJ88hch

— Shantanu (@shaandelhite) April 8, 2024

दिनेश कुमार ने लिखा, ‘गाय भैस काटने वाली संस्थान इलेक्ट्रोल बॉण्ड के माध्यम से चंदा दे रही! भाजपा खोकला हिंदुत्व का दिखावा करती है!’

गाय भैस काटने वाली संस्थान इलेक्ट्रोल बॉण्ड के माध्यम से चंदा दे रही! 🙏🏼

भाजपा खोकला हिंदुत्व का दिखावा करती है! pic.twitter.com/K9GNnu6YlQ

— Dinesh Kumar (@DineshKumarLive) April 10, 2024

कांग्रेस नेता गोपाल कृष्ण तिवारी ने लिखा, ‘भाजपा का ‘खूनी चंदा’ खेल 🔥🔥हजारों “गाय और भैंस” काटकर बीफ बेचने वाली कंपनियों ने @BJP4India को #इलेक्टोरल_बांड के माध्यम से हजारों-करोड़ रुपए का चंदा दिया है। और बीजेपी ने गाय के खून से सने उस चंदे को सहज स्वीकार भी किया है।गाय के नाम पर दिन-रात राजनीति करने वाली भाजपा ने हमारी आस्था और श्रद्धा का प्रतीक ‘गऊ माता’ को काटने वाली कंपनियों को बढ़ावा क्यों दिया उनसे हजारों करोड़ रुपए का चंदा क्यों लिया??क्या बीजेपी का गाय के प्रति प्रेम एक झूठ और छलावा है, अगर ऐसा है, तो ये देश की संस्कृति के खिलाफ है अनगिनत हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों की भावनाओं के खिलाफ है।’

🚨 भाजपा का ‘खूनी चंदा’ खेल 🔥🔥

हजारों “गाय और भैंस” काटकर बीफ बेचने वाली कंपनियों ने @BJP4India को #इलेक्टोरल_बांड के माध्यम से हजारों-करोड़ रुपए का चंदा दिया है। और बीजेपी ने गाय के खून से सने उस चंदे को सहज स्वीकार भी किया है।

गाय के नाम पर दिन-रात राजनीति करने वाली भाजपा… pic.twitter.com/63LGbKvrzN

— Gopal Krishna Tiwari (@GopalKTiwariINC) April 9, 2024

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे 22 मार्च 2024 को ‘द क्विंट‘ पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक खुद को हलाल बोनलेस भैंस के मांस के सबसे बड़े उत्पादक और निर्यातक बताने वाली अल्लाना ग्रुप से जुड़ी कंपनियों ने साल 2019 में 6 और साल 2020 में 1 बॉन्ड खरीदा, जिसे शिवसेना और बीजेपी ने भुनाया है। क्विंट ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस कंपनी ने बीजेपी और शिवसेना को चंदा दिया था।

हमने Allana Group की मांस निर्यात कंपनी Allanasons Private Limited की बेवसाईट को खंगाला। बेवसाईट के प्रोडक्ट सेक्शन में हमे गाय का मांस नहीं मिला। बेवसाईट के मुताबिक वर्ष 1865 में एलनासन्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना हुई। हमारे द्वारा पेश की जाने वाली उत्पाद श्रृंखला में जमे हुए भैंस के मांस, ठंडा वैक्यूम पैक भैंस के मांस, जमे हुए भैंस के ऑफल, जमे हुए और ठंडे मेमने के शव शामिल हैं।

वहीं Allana Group की दूसरी कंपनी Frigerio Conserva के मुताबिक वो भी भैंस के मांस के प्रोडक्ट, डॉग फूड बेचती है। इसके बाद हमने ‘Allanasons Private Limited’ की बेवसाईट पर मौजूद नम्बर की मदद से कंपनी से सम्पर्क किया। कंपनी ने हमे बताया कि वो गाय का मांस नहीं बेचते हैं, महाराष्ट्र में वैसे भी इस पर प्रतिबन्ध हैं तो ऐसे आरोप जायज नहीं हैं। 

पड़ताल में यह भी पता चलता है कि 1947 से 2018 तक भारतीय गाय की नस्लों के गोमांस निर्यात पर वर्ष-वार डेटा मांगने वाली 2019 की आरटीआई जांच के जवाब में यह स्पष्ट किया गया कि भारत गाय के मांस का निर्यात नहीं करता है। इसमें कहा गया, “सरकार द्वारा गोमांस (गाय का मांस) के निर्यात की अनुमति नहीं है/अनुमति नहीं है।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि बीजेपी को चंदा देने वाली Allana Group की कम्पनियां गाय का मांस नहीं बेचती हैं। 

Fact Myths एक स्वतंत्र फैक्ट चेकिंग बेबसाईट है। हम सोशल मीडिया से लेकर मुख्य धारा की मीडिया में चल रही फर्जी खबरों, गलत सूचनाओं, हेट स्पीच और भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा के खिलाफ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस लड़ाई में हमे अपनी टीम का विस्तार करना हैं, इसके लिए हम पूरी तरह अपने पाठकों पर निर्भर हैं। आप हमे यहाँ सहयोग कर सकते हैं। Donate: FactMyths@unionbank 

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है तो पड़ताल के लिए हमारे व्हाट्सएप नंबर +917895085973 पर भेजें)

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