सोशल मीडिया में ‘दैनिक भास्कर’ की एक खबर का स्क्रीनशॉट वायरल है। इस खबर ब्राह्मण सभा के हवाले से बताया गया है कि मंदिर हमारी रोजी-रोटी का साधन, किसी गैर ब्राह्मण को इसमें भागीदारी नहीं करने देंगे। भाजपा आई तो राजस्थान मनु स्मृति लागू करने वाला पहला राज्य होगा। खबर में बताया गया है कि ब्राह्मण श्रेष्ठ हैं, बाकि सब नीच हैं। राजस्थान में मनुस्मृति लागू होते ही ब्राह्मणों को कोई सजा नहीं मिलेगी, इससे वो किसी भी सम्पत्ति पर आसानी से कब्जा कर पाएंगे। हालाँकि पड़ताल में पता चलता कि यह खबर एडिटेड है, ब्राह्मण महासभा ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है।
मंडल आर्मी, दिल्ली ने इस स्क्रीनशॉट को ट्वीट करते हुए लिखा कि जय मंडल साथियों आज तो इन्होंने ख़ुद ही क़ुबूल कर लिया कि मंदिर इनका धंधा है , अब तो मंदिरों में दान देना बंद करो , मित्रों फिर कह रहा हूँ एक टाइम मत खाओ लेकिन अपने बच्चों को खूब पढ़ाओ पढ़ाई सिर्फ़ एक नौकरी के लिए नहीं होती शिक्षा आपको तार्किक बनाती है आपको सोचने समझने की शक्ति देती है जय मंडल
जय मंडल साथियों
आज तो इन्होंने ख़ुद ही क़ुबूल कर लिया कि
मंदिर इनका धंधा है , अब तो मंदिरों में दान देना बंद करो , मित्रों
फिर कह रहा हूँ एक टाइम मत खाओ
लेकिन अपने बच्चों को खूब पढ़ाओ
पढ़ाई सिर्फ़ एक नौकरी के लिए नहीं होती
शिक्षा आपको तार्किक बनाती है
आपको सोचने समझने की… pic.twitter.com/RNA0aakN8h— मंडल आर्मी, दिल्ली ⚖ (@MandalArmyDelhi) June 24, 2023
राकेश ने ट्वीट कर लिखा कि ये है ब्राह्मण की असलियत जो OBC /SC/ ST को अपनी जूती और नीच समझता है… तुम जैसे ब्राह्मण दोगले होते है जो बाहर कुछ और अंदर कुछ होते है. अब ये मत कहना की ये मंडल आयोग के बाद हुआ है…
इसके अलावा इस स्क्रीनशॉट को सुशील शिंदे, रवि, मोहित, महिमा, पीके यदुवंशी, मीणा ऑफ़ इंडिया, करन चौधरी समेत कई यूजर्स ने शेयर किया है।
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने सम्बन्धित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो ब्राह्मण महासभा का इस तरह का कोई बयान नहीं मिला। इसके बाद हमे दैनिक भास्कर पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, इस रिपोर्ट में दैनिक भास्कर ने बताया है कि वायरल स्क्रीनशॉट पूरी तरह से एडिटेड यानी फेक है। भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर पब्लिश नहीं की है। इस स्क्रीन शॉट का भास्कर पूरी तरह खंडन करता है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट |
इस रिपोर्ट के मुताबिक वायरल स्क्रीन शॉट में हेडिंग लाल रंग से लिखी हुई है। जबकि भास्कर की वेबसाइट पर पब्लिश होने वाली खबरों की हेडिंग दो अलग रंग की होती है। स्लग का रंग अलग होता है और हेडिंग काले रंग की होती है। भास्कर की खबरों में स्लग और हेडिंग के नीचे कवर फोटो भी लगी होती है।
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेशाध्यक्ष सुनील मुद्गल ने भी वायरल स्क्रीनशॉट का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से इस तरीके का कोई बयान नहीं दिया गया है। मेरे से कई समाचार पत्रों ने इसके लिए पूछा गया है। ऐसा हमारी ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है।
निष्कर्ष: दैनिक भास्कर का वायरल स्क्रीनशॉट एडिटेड है, ब्राह्मण महासभा ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है।
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