सोशल मीडिया में लोग दावा कर रहे हैं कि उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर से 228 किलो सोना चोरी कर लिया गया है। हालाँकि यह दावा फर्जी है।
प्रतीक ने लिखा, ‘आपने मुगलों को मंदिर तोड़ते नहीं देखा पर एक बार बनारस जा कर पूछिये हजारों सैकड़ों साल पुराने मंदिर 2014 के बाद किसने तोड़े आपने मुग़लों को सोना लूटते नहीं देखा पर एक बार केदारनाथ धाम जा कर वहाँ के संतों से पूछिये वहाँ का सोना किसने लूटा’
आपने मुगलों को मंदिर तोड़ते नहीं देखा पर एक बार बनारस जा कर पूछिये हजारों सैकड़ों साल पुराने मंदिर 2014 के बाद किसने तोड़े
— PRATEEK (@PRATEEKPARIHA07) April 1, 2025
आपने मुग़लों को सोना लूटते नहीं देखा पर एक बार केदारनाथ धाम जा कर वहाँ के संतों से पूछिये वहाँ का सोना किसने लूटा pic.twitter.com/z84R11ojph
निधि सिंह राठौर ने लिखा, ‘मुग़लो ने देश के मंदिर लूटे किसी ने नहीं देखा सिर्फ़ किताबों पड़ा हुआ सुना है॥ लेकिन मैने देश में नरेंद्र मोदी की सरकार में सबसे बड़ी लूट केदार नाथ का 228 KG सोना लूटते हुए देखा॥ किसी को इस लुटेरे का नाम पता है?’
मुग़लो ने देश के मंदिर लूटे किसी ने नहीं देखा सिर्फ़ किताबों पड़ा हुआ सुना है॥
— Nidhi Singh Rathore (@NehasinghRath__) March 22, 2025
लेकिन मैने देश में नरेंद्र मोदी की सरकार में सबसे बड़ी लूट केदार नाथ का 228 KG सोना लूटते हुए देखा॥ किसी को इस लुटेरे का नाम पता है?#Aurangzeb #kedarnath #Mughal pic.twitter.com/ztl5m5JVKt
उमाजीत ने लिखा, ‘अभी गाय की बात खत्म नहीं हुयी सोना की बात सामने आ गयी केदारनाथ से 228 kg सोना गायब कहाँ गया पता नहीं महंत लोग खुद अनसन पर आखिर हो क्या रहा है कोई बतायेंगा’
अभी गाय की बात खत्म नहीं हुयी सोना की बात सामने आ गयी केदारनाथ से 228 kg सोना गायब कहाँ गया पता नहीं महंत लोग खुद अनसन पर आखिर हो क्या रहा है कोई बतायें गा pic.twitter.com/NufuP62eAh
— उमाजीत, अंबेडकरवादी,समाजवादी,जोहारवादी,मंडलवादी (@UmajeetY13964) March 22, 2025
इसके अलावा मिस्टर इंडिया, जीडी, बप्पी लहरी पैरोडी ने भी यही दावा किया है
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे इस मामले में साल 2023 में दैनिक भास्कर की वेबसाईट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित और चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी ने 23.78 किलो सोना चोरी होने का आरोप लगाया है। यह सोना मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर परत के रूप में लगाया गया था, जिसे मुंबई के एक व्यापारी ने दान किया था। त्रिवेदी का आरोप है कि मंदिर के गर्भगृह में पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में सोने की परत चढ़ाने का काम हुआ था। जब सोने की प्लेटें लगाई गईं थीं, तो अब उन्हें पॉलिश करने की क्या जरूरत थी। लिहाजा इसकी जांच जरूरी है।

संतोष त्रिवेदी के आरोप के बाद उत्तराखंड सरकार ने संस्कृति एवं धार्मिक मामलों के सचिव हरिचंद्र सेमवाल और गढ़वाल कमिश्नर की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बनाई है। राज्य के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को कहा- कमेटी में विशेषज्ञों के साथ स्वर्णकार भी होंगे। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि केदारनाथ में पिछले साल(2022) सितंबर से अक्टूबर के बीच सोने की परत चढ़ाने का काम पूरा हुआ था। इसके पहले मुंबई के एक व्यापारी ने 23 किलो सोना मंदिर समिति को दान किया था। जिसके बाद गर्भगृह की दीवारों और छत को 550 सोने की प्लेट्स से मढ़ा गया था। गोल्ड प्लेटिंग का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के दो अधिकारियों की देखरेख में हुआ था। करीब 19 कारीगरों ने इस काम को पूरा किया।
संतोष त्रिवेदी के आरोप पर बदरी-केदार मंदिर समिति ने बताया कि पीतल की प्लेट्स से लेकर सोने की परत चढ़ाने तक का काम दानदाता ने खुद अपने ज्वैलर्स से कराया है। दानदाता ने खुद ही सोना खरीदा। उसी ने मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर सोने की परत चढ़वाई। मंदिर समिति की इसमें कोई सीधी भूमिका नहीं थी। दानदाता ने सोने और पीतल की खरीद की रसीदें BKTC में जमा कराई हैं। नियम के अनुसार इन्हें हमारी स्टॉक बुक में दर्ज भी किया गया है। यह सब केदारनाथ धाम की छवि धूमिल करने के लिए एक षडयंत्र के तहत विवाद पैदा किया जा रहा है।
#केदारनाथ धाम की छवि धूमिल करने के लिए एक षडयंत्र के तहत पैदा किया जा रहा है विवाद।
— Shri Badarinath -Kedarnath Temple Committee #BKTC (@BKTC_UK) June 18, 2023
सोशल मीडिया पर भ्रम व दुष्प्रचार करने वालों के विरूद्ध की जाएगी कानूनी कार्रवाई।#Kedarnath@ANI @PTI_News @ians_india @airnewsalerts @SudarshanNewsTV @aajtak @TimesNow pic.twitter.com/3FdabLIqVX
इसके बाद हमे हिंदुस्तान की वेबसाईट पर एक और रिपोर्ट मिली। 31 जुलाई 2024 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक करीब एक साल की जांच के बाद गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि कोई अनियमितता नहीं पाई है। दाता द्वारा दान किया गया सोना पूरी तरह से इस्तेमाल किया गया था। इस बात का कोई तथ्य या सबूत नहीं है कि 228 किलो सोना दान किया गया। दानकर्ता ने खुद कहा कि केवल 23 किलो सोना दिया गया।
इस मामले में उत्तराखंड के धार्मिक मामलों के संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को कहा कि जिस व्यक्ति ने सोना दान किया है, वह यह नहीं कह रहा है कि सोना चोरी हो गया है। जबकि बाकी सभी लोग बयान दे रहे हैं। मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।
हमे बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय अजेन्द्र का एक वीडियो भी मिला। उन्होंने बताया कि हम शुरू से कहते आ रहे हैं कि केदारनाथ के गर्भगृह में 23 किलो सोना था और इसमें 1000 किलो तांबे की प्लेट लगी हुई है, लेकिन कुछ कांग्रेस नेता दुष्प्रचार कर रहे हैं एक साजिश के तहत केदारनाथ में 230 किलो सोने का इस्तेमाल किया गया था।
23 से 230 किलो कैसे हो गया सोना?
अब सवाल है कि साल 2023 में केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित और चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी ने 23.78 किलो सोना चोरी होने का आरोप लगाया था। जिसके बाद ही पूरा विवाद खड़ा हुआ। लेकिन अब कहा जा रहा है कि 228 किलो सोना चोरी हुआ है।
इस सम्बन्ध में अमर उजाला की रिपोर्ट में श्री बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि मंदिर समिति ने 230 किलो सोना चढ़ा यह बात कहीं और किसी भी स्तर पर नहीं कही, गर्भ गृह में सोना चढ़ने से पहले वहां 230 किलो वजन की चांदी की प्लेटें लगी थी, यह प्लेटें उतरी तो कुछ मीडिया कर्मियों ने अनुमान लगाया इतना चांदी था तो सोना भी इतना लगेगा। मंदिर समिति को सोने के वजन का तब पता लगा जब दानदाता ने बिल बाउचर दिया। इसमें 23 किलो सोना और एक हजार किलो तांबा है।
दावा | हकीकत |
केदारनाथ मंदिर से 228 सोना चोरी कर लिया गया। | 1. केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी होने का आरोप साल 2022 में लगाया गया। तब संतोष त्रिवेदी ने 23 किलो सोना चोरी होने का आरोप लगाया था। 2. इस मामले में एक साल की जांच में सामने आया कि मुंबई के एक व्यापारी ने 23 किलो सोना मंदिर समिति को दान किया था। दानकर्ता ने खुद कहा कि केवल 23 किलो सोना दिया गया। इतना ही सोना मंदिर पर लगाया गया। 3. सोना चढ़ने से पहले मंदिर से 230 किलो वजन की चांदी की प्लेटें लगी थी, यह प्लेटें उतरी तो अनुमान लगाया इतना चांदी था तो सोना भी इतना लगेगा। इस वजह से 228 किलो सोना चढाने का भ्रम फ़ैल गया। |