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5 Feb 2025, Wed

यूपी में जाति के नाम पर फैलाई जा रही हैं फेक न्यूज

न्यू मीडिया के दौर में सोशल मीडिया आज एक अहम भूमिका निभा रहा है लेकिन इस माध्यम पर दुष्प्रचार, गलत सूचना और फर्जी खबरों ने भी अपनी जगह बना ली है। इसके दम पर जनमत को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है, साथ ही घृणा फैलाई जा रही है। भ्रामक और गलत सूचनाओं का भारतीय राजनीति में इसका चलन बढ़ गया है। यूपी की राजनीति को भी फेक न्यूज प्रभावित कर रही हैं। अगर गलत सूचना का इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों पर हमला करने के लिए किया जाता है तो इससे दुश्मनी और उग्रवाद बढ़ सकता है। जब ये ताकतें चरम पर पहुंच जाती हैं तो एक सुचारू रूप से काम करने वाले लोकतंत्र और उसकी व्यवस्था के प्रति असंतोष पैदा कर सकती हैं।

उत्तर प्रदेश में साल 2017 में समाजवादी पार्टी को हराकर दो तिहाई बहुमत के साथ बीजेपी ने यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इसके साथ ही बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाया, योगी आदित्यनाथ हिन्दूवादी राजनीति के लिए माने जाते हैं। योगी की छवि एक सख्त शासक के रूप में बनी है। यूपी की कानून व्यवस्था की मिसाल अन्य राज्यों में दी जाती है लेकिन सूबे में कोई भी राजनीति जाति से अछूती नहीं है।

योगी आदित्यनाथ ठाकुर जाति से हैं, उन पर ‘गोरखपुर की राजनीति’ से ही ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप लगता है। प्रदेश की हर घटना को ब्राह्मण बनाम ठाकुर की पटकथा से जोड़कर देखा जाता है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जर, जोरू, जमीन विवाद में अपराधिक घटनाओं में जातिगत घृणा फैलाई जा रही है। खास बात है कि सीएम योगी की ब्राह्मण विरोधी छवि बनाने के लिए बड़े पैमाने पर फेक न्यूज भी फैलाई जा रही हैं। इसके अलावा भी यूपी में जातिगत नफरत फैलाने के लिए फर्जी खबरों का सहारा लिया जा रहा है। अपनी इस रिपोर्ट में हमने ऐसे ही कुछ मामलों को शामिल किया है।

दावादावेदारहकीकत
1. यूपी में ब्राह्मण हत्याएं हो रही हैं, सीतापुर में कमलेश मिश्रा की हत्या कर दी गयी।आप सांसद संजय सिंह, रोली तिवारी, आदित्य ओझा, ब्रजेश मिश्र, अम्बुज त्रिपाठी सीतापुर के कमलेश मिश्रा पूर्व प्रवक्ता के साथ साथ एक तांत्रिक भी थे। तंत्र मंत्र में पुत्र की प्राप्ति न होने से नाराज महिला ने साथियों के साथ मिलकर पूर्व प्रवक्ता की हत्या कर दी। इस मामले में मुकेश मिश्रा, अंकुल मिश्रा और उसकी सास शालू को गिरफ्तार किया गया।
2. उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण हत्या रुकने का नाम नही ले रही। प्रभात मिश्र की हत्या की गयी। इसके बाद भी ब्राह्मण बीजेपी को वोट देगापंकज धवरिया, रमाशंकर तिवारी, योगेश सिंह, आजमगढ़ के महराजगंज थाना क्षेत्र के प्रभात मिश्रा की हत्या प्रापर्टी के विवाद को लेकर उसके चाचा रामचंद्र मिश्रा ने की थी।
3. यूपी में एक और ब्राह्मण हत्या। हाथरस शहर में ब्राह्मण अशोक पाराशर की हत्या कर दी गयी।रोली तिवारी, ब्राह्मण राज, रणविजय सिंह, राघवेन्द्र यादव, अम्बुज त्रिपाठी, सौरभ पाठक,अयान खान, अंकुर मिश्रा, वीरेंद्र सिंह यादवहाथरस में कोतवाली गेट थाना क्षेत्र में पुरानी दुश्मनी और लूट की मंशा से अशोक पाराशर की हत्या की गयी थी। अशोक पानी के प्लांट पर काम करता था, इसी प्लांट पर विष्णु शर्मा भी काम करता था लेकिन अशोक पाराशर के आने के बाद उसकी वह अहमियत कम हो गई थी, इसलिए अशोक पाराशर से वह दुश्मनी मानने लगा था। इस हत्याकांड में बलराम शर्मा, विशाल शर्मा, विष्णु शर्मा, अंकित, बृजवासी उर्फ बृज प्रताप सिंह व अनुज पाराशर को गिरफ्तार किया गया।
4. यूपी में एक और ब्राह्मण हत्या। सम्भल में कस्बा चंदौसी के ब्राह्मण व्यापारी रामऔतार शर्मा की गोली मार कर हत्या कर दी गयी।अराधना मिसरासंभल के फतेहगढ़ थाना क्षेत्र में रामऔतार शर्मा की हत्या लूट की वारदात में हुई। इस मामले में पुलिस ने संतोष मौर्य, महेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया, साथ ही पुलिस ने मुठभेड़ में जितेन्द्र यादव को भी गिरफ्तार कर लिया था।
5. यूपी के अम्बेडकर नगर में एक और ब्राह्मण सचिन तिवारी की हत्या।बेटी महाकाल कीअम्बेडकर नगर के महरुआ थाना क्षेत्र में सचिन तिवारी की हत्या पंचायत चुनाव की रंजिश तथा बरात वापस करवाने के विवाद में हुई थी। इस मामले में दिनेश श्रीवास्तव, ओंकार सिंह, संजय सिंह, ओमप्रकाश सिंह, विजय सिंह, अवधेश गोस्वामी आरोपी हैं। इस मामले में विजय सिंह को पुलिस मुठभेड़ में मार दिया गया था।
6. उत्तर प्रदेश में एक और ब्राह्मण हत्या। राहुल गोस्वामी एक ब्राह्मण पुजारी के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।शुभम शर्मा, दुर्गेश पांडेय, अनुज अग्निहोत्रीमथुरा के थाना गोविंद नगर क्षेत्र में एक शादी कार्यक्रम में कार में अखिल गोयल, शुभम अग्रवाल और संजय शर्मा शराब पी रहे थे। इसी दौरान गाड़ी के पास खड़े राहुल गोस्वामी से संजय शर्मा ने शराब लाने को कहा। राहुल के मना करने पर संजय शर्मा ने से गोली मार दी थी।
7. यूपी में ब्राह्मण हत्या नहीं थम रही है, लखनऊ में पुजारी राम शरण शुक्ल की हत्या कर दी गयी। योगी आदित्यनाथ हिंदूद्रोही, इस्लामिक है।शुभम शर्मा, शैलेन्द्र तिवारी, संजीवलखनऊ के दुबग्गा थाना क्षेत्र में हरिशरण महाराज उर्फ राम शरण शुक्ल की हत्या उनके बेटे जयशंकर शुक्ला उर्फ गोपाल ने की थी। जयशंकर शुक्ला घर में हुए बंटवारे से खुश नहीं था।
8. यूपी में प्रतिदिन ब्राह्मण हत्या न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। पीआरडी जवान रमाकांत तिवारी की हत्या कर दी गयी।पंकज धवरिया, अनुज अग्निहोत्रीकुशीनगर के हनुमानगंज थाना क्षेत्र में पीआरडी जवान रमाकांत तिवारी को मानसिक विक्षिप्त विपिन वर्मा ने लोहे की रॉड से पीटकर उनकी जान ले ली। रात के वक्त मानसिक विक्षिप्त टहल रहा था, जिसे पीआरडी के जवान ने रात होने पर टहलने से टोका था। इसके थोड़ी ही देर बाद उसने पीआरडी जवान पर हमला कर दिया।
9. बलिया में ब्राह्मण रोहित पांडे की निर्मम हत्या कर दी। क्या यूपी सरकार में ब्राह्मण हत्याओं का टेंडर उठा है।पंकज धवरियारोहित पांडेय और रोहित यादव उर्फ राइडर के बीच बाजार पर अपना दबदबा कायम करने को लेकर जंग छिड़ी हुई थी। दोनों गुट पहले भी कई बार आमने-सामने आ चुके थे। रोहित की हत्या के मामले में पुलिस ने ओमप्रकाश यादव, रोहित यादव समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपियों के मकान के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाया गया। इस मामले में सीबीसीआईडी भी जांच कर रही है।
10. बलिया में मृत्युंजय तिवारी की हत्या कर दी गयी, मैं ब्राह्मण हूँ, बीजेपी को वोट देता था।शुभम शर्माबलिया के दुबहर थाना में रघुवंश वर्मा और भिखारी वर्मा के बीच जमीन का विवाद था। रघुवंश वर्मा की दुकान पर मृत्युंजय तिवारी काम करता था। रघुवंश वर्मा का पक्ष लेकर भिखारी वर्मा के पुत्र अजीत वर्मा को मृत्युंजय तिवारी बार-बार धमकी दे रहा था। इस विवाद में उसकी हत्या की गयी। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
11. सीतापुर में होली के दिन ब्राह्मण पुजारी संकुल मिश्रा की हत्या कर दी गयी। ये सिलसिला 2017 से अनवरत जारी है।शुभम शर्मा, आईपी सिंह सीतापुर के रामकोट थाना क्षेत्र में मंदिर के पुजारी संकुल मिश्रा उर्फ हिमांशु की हत्या रामदेव बाजपेई उर्फ देवा ने की थी। रामदेव बाजपेई ने बताया है कि मैं भी मंदिर पर पूजा पाठ करने आता जाता था, संकुल बहुत झगड़ालू था जब जब मैं मंदिर पर जाता था तो वह गाली गलौज करता था उसकी इस हरकत से मैं आजिज हो चुका था।

12. यह होली का रंग नहीं, ब्राह्मण का खून है। कानपुर में किताब विक्रेता श्रीराम तिवारी की हत्या हुई।शुभम शर्माकानपुर में बिल्हौर थाना क्षेत्र में राम तिवारी की हत्या उसके पारिवारिक भतीजे संस्कार तिवारी ने की थी। रुपया मांगने पर चाचा राम ने मना करने के साथ कई लोगों के सामने डांटकर उसे बेइज्जत किया था। इससे संस्कार क्षुब्ध था।
13. योगी जी ब्राह्मण मुक्त उतर प्रदेश बना रहे हैं। प्रतापगढ़ में पिता दयाशंकर मिश्रा एवं बेटे आनंद की हत्या कर दी गयी।पवन पांडेय, दिनेश शर्मा, शुभी यादव, शरद त्रिपाठी, अजय पांडेयप्रतापगढ़ के रानीगंज थाना क्षेत्र में दयाशंकर मिश्र का पड़ोसी चंद्रमणि मिश्र से जमीन को लेकर करीब 40 साल से विवाद चला आ रहा था।इसी को सुलझाने को लेकर विवाद में दोनों में झगड़ा हुआ था।
14. ब्राह्मण पत्रकार पर जानलेवा हमला। पत्रकार सुशील पांडे को पीटा, ब्राह्मणों के खिलाफ नफरत है।दी ब्राह्मण कमुनिटी, अनुज अग्निहोत्री और दुर्गेश पांडेहरदोई के थाना टड़ियावां क्षेत्र में आम के पेड़ों का कटान होने पर सुशील पांडे ने खुद को पत्रकार बताते हुए वीडियो बनाया, इससे नाराज लोगों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। इस मामले में सुशील राठौर, रामप्रकाश त्रिपाठी, गौरव त्रिपाठी व विशाल के खिलाफ केस दर्ज हुआ, उन्हें जेल भेज दिया गया।
15. उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की हत्याएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। मोहित तिवारी की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी।ब्राह्मण कमुनिटी, अनुज अग्निहोत्री और दुर्गेश पांडेऔरेया के अजीतमल कोतवाली क्षेत्र में शराब पी रहे युवकों ने गालीगलौज का विरोध करने पर मोहित तिवारी हत्या हुई थी। इस मामले में प्रेम दोहरे, सचिन दोहरे, सीटू पोरवाल के खिलाफ केस दर्ज जेल भेज दिया गया।
16. उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों पर भारी संकट। हरदोई में रुपेश द्विवेदी को अज्ञात लोगों ने गोलियां बरसाई। ब्राह्मणों के प्रति बढ़ती नफ़रत और जहर की खेती शीर्ष पर है, ब्राह्मणों को इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ रही है।अनुज अग्निहोत्री, कोनार्क दीक्षित, गौरव तिवारी, हरदोई की शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र में भारी कर्ज़ और देनदारों के दबाव की वजह से रूपेश द्विवेदी ने खुद को तमंचे से गोली मारी और झूठी लूट की कहानी बनाई थी।
17. उत्तर प्रदेश में थम नही रही है ब्राह्मण हत्याएं, अमेठी में सोते हुए ब्राह्मण युवक विमलेश तिवारी की हथौड़े से मारकर की गई हत्या।दुर्गेश पांडेअमेठी के जगदीशपुर थाना क्षेत्र में इस घटना में आरोपी राजबहादुर कोरी एक चोर है, धर्मकांटा में चोरी के दौरान उसने विमलेश तिवारी पर हमला किया था।
18. ब्राह्मण एथलीट राजा कौशिक को कांस्टेबल जितेंद्र कुमार ने पीटा।पंकज धवरैया, शुभम शर्मा और अनुज अग्निहोत्रीहाथरस में एथलीट राजा कौशिक और कांस्टेबल जितेंद्र कुमार के बीच कोहनी छु जाने को लेकर विवाद हुआ था।एसपी ने आरोपी सिपाही को लाइन हाजिर किया है।
19. ब्राह्मण युवाओं को अपराधी साबित करने व उनके ऊपर फ़र्जी मुक़दमे लिखकर फर्जी एनकाउंटर की बाढ़ आ रही है। पुलिस ने आलोक और अनुराग तिवारी गोली मार दी। गौरव तिवारी और अनुज अग्निहोत्रीयूपी के फतेहपुर में सदर कोतवाली क्षेत्र में आलोक, अनुराग तिवारी ने अपने साथियों के साथ पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या की थी। प्रॉपर्टी के पैसे के विवाद को लेकर हत्या के इस मामले में पुलिस ने अनुराग उर्फ अन्नू तिवारी के साथ अंकित तिवारी, निलंबित लेखपाल सुनील राणा, बबलू उर्फ जितेंद्र पटेल, विपिन शर्मा, चिक्कन उर्फ आशीष कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 

20. लखनऊ में कमलेश तिवारी का एनकाउंटर, लूट की एक सोने की चैन से भी कम कमलेश की जान। एक ब्राह्मण की सरकारी हत्या।अनुज अग्निहोत्रीकमलेश तिवारी लखनऊ का एक कुख्यात गैंगस्टर था, कमलेश के खिलाफ लूट और चेन स्नैचिंग के 28 से अधिक मामले दर्ज हैं।
21. हिंदुत्व के हवन में ब्राह्मणों की आहूति। सुल्तानपुर में सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी ब्राह्मण सुरेन्द्र पांडे की बाइक सवार बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या।अनुज अग्निहोत्री सुल्तानपुर के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में मृतक सुरेन्द्र प्रताप पाण्डेय और कैलाश नाथ मिश्रा के बीच घर के पास स्थित एक भूखण्ड को लेकर पुराना विवाद चला आ रहा था। पुलिस ने कैलाश नाथ मिश्र, आदित्य मिश्र उर्फ मनु और बद्री प्रसाद मिश्र को जेल भेज दिया था।
22. भदोही में ब्राह्मण प्रदीप मिश्रा को कुछ दबंगों ने पीटकर मरणासन्न कर दिया। ब्राह्मण समाज अब गाजर मूली हो गया है, कोई हत्या कर रहा है, कोई अधमरा कर रहा है? अनुज अग्निहोत्री, पंकज कुमार मिश्रा भदोही के ज्ञानपुर थाना क्षेत्र में एक जमीन विवाद में प्रदीप मिश्रा का दूसरे पक्ष श्यामनारायण मिश्रा, संदीप मिश्रा और योगेश मिश्रा से विवाद हुआ था। इस मामले में दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी।
23. सुप्रीम कोर्ट ने माना कि अनुपम दुबे पर ब्राह्मण होने की वजह से कार्रवाई हुईअनुज अग्निहोत्रीपंकज धवरैया और कोनार्क दीक्षित गैंगस्टर अनुराग दुबे को अग्रिम जमानत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने किसी तरह की जातिगत टिप्पणी नहीं की।
24. हिंदूवादी सरकार में हिंदू मंदिर की महिला पुजारी के साथ छेड़छाड़ की, हिंदुत्व के नाम पर वोट लेनी वाली सरकार की हिंदू सुरक्षा देख लीजिए।अनुज अग्निहोत्रीबाराबंकी के देवा कोतवाली क्षेत्र में साध्वी ज्योति सिंह के मामले में पुलिस जांच में महिला के सभी आरोप झूठे साबित हुए। साध्वी ज्योति के फैय्याज नामक युवक के साथ अच्छे संबंध थे। मंदिर में घुसकर जानलेवा हमला करने और मंदिर के पास मीट बनाने की बात जांच में पूरी तरह फर्जी पाई गई है।
25. उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की हत्याओं का सिलसिला जारी। अमेठी में ब्राह्मण संजीव कुमार मिश्रा की हत्या।अनुज अग्निहोत्री, शुभम शर्मा, रमा शंकर तिवारी समेत अन्यअमेठी के जामो थाना क्षेत्र में संजीव मिश्रा की हत्या प्रेम प्रसंग की वजह से हुई थी, इस हत्या को उसके ही मित्र आदित्य मिश्रा ने अंजाम दिया था। मृतक का आदित्य की बहन से प्रेम प्रसंग था।

26. उत्तर प्रदेश सरकार में ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है। गोरखपुर में झिनकू दुबे को लोहे की रॉड और लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।सौरभ तिवारी, वैदिक पाण्डेय समेत अन्यगोरखपुर के बुजुर्ग गोला थाना क्षेत्र में झिनकू दुबे का अपने गाँव प्रधान रामेश्वर दूबे से विवाद था। झिनकू दुबे की हत्या के आरोप में प्रधान रामेश्वर दुबे के भाई तारकेश्वर दुबे, परमेश्वर दुबे और एक अन्य को पुलिस को गिरफ्तार किया था।
27. योगी राज में एक दलित बच्चे को सामंतवादियों ने जमकर नग्न करके पीटा, पेशाब पिलाया और थूक चटवाया, न्याय न मिलने पर उसने आत्महत्या की।समाजवादी पार्टी मीडिया सेल, सूर्या समाजवादी बस्ती के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के गांव कोइलपुरा गांव निवासी मृतक के मामा विजय कुमार ने हमे बातचीत में बताया कि उनका भांजा बर्थडे पार्टी में गया था, जहाँ उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है। पुलिस ने इस पर एक्शन नहीं लिया, इस वजह से भांजे ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि इस मामले में जात-बिरादरी वाली कोई बात नहीं हैं, दोनों ही पक्ष दलित हैं। बस्ती एसपी गोपालकृष्ण चौधरी ने भी कहा है कि दोनों ही पक्ष एक ही बिरादरी से हैं।
28. यूपी में एक और ब्राह्मण हत्या सब चुप हैं। सुल्तानपुर में सूरज शुक्ला की हत्या कर दी गयी।अभिनय और अनुज अग्निहोत्री स्वतंत्रसुल्तानपुर के थाना मड़ियाहूं क्षेत्र में कलेक्शन एजेंट सूरज शुक्ला की हत्या प्रीयेश पाण्डेय ने की थी, प्रीयेश ने एक कम्पनी से लोन ले रखा था। आर्थिक तंगी की वजह से वो लोन देने में सक्षम नहीं था इसीलिए उसने सूरज शुक्ला की हत्या की।
29. बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने मेरठ में दलित के घर खाना नहीं खाया।लालजी वर्मा, प्रशांत कनौजिया समेत अन्यबीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने दलित परिवार के खाना खाया था। उनका वायरल वीडियो एडिटेड है।
30. ब्राह्मण हत्या के प्रदेश में अभिषेक उर्फ अप्पू पाठक को गोली मार दी गयी।अनुज अग्निहोत्री, अभिनयगोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र में अभिषेक उर्फ अप्पू पाठक का सूरज पांडेय से लेनदेन का विवाद था। इस वजह से सूरज ने राहुल पांडेय, चंदन पांडेय, प्रशांत पांडेय, पंकज पांडेय, रिंकू मिश्रा के साथ अभिषेक पाठक पर हमला किया था।
31. कब तक ब्राह्मणों पर अत्याचार होगा, देवरिया में प्रत्यूष राय को पीटा गया।अनुज अग्निहोत्री, अभिनय, सौरभ तिवारी समेत अन्यदेवरिया के भटनी थाना क्षेत्र में दो पक्षों में पाइप डालने को लेकर मारपीट हुई थी। इस मामले में प्रत्युष राय पक्ष की ओर से ओमकार राय पक्ष के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
32. अपराध मुक्त प्रदेश में ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन ब्राह्मणों की हत्याएं न होती हों। यही हिंदुत्व शंखनाद है। सुल्तानपुर में सुरेन्द्र पाण्डेय की हत्या कर दी गयी।अनुज अग्निहोत्रीसुल्तानपुर के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में सुरेन्द्र पांडे की हत्या की वारदात को जमीन के विवाद को लेकर चल रही पुरानी रंजिश में उनके गांव के ही कैलाशनाथ मिश्र, अंकित मिश्र, बद्री प्रसाद मिश्र, आदित्य मिश्र उर्फ मनू ने अंजाम दिया था।

33. ठाकुरवादी सरकार में हाथरस में एक युवती के साथ गैंगरेप के बाद हत्या।मोहम्मद जुबैर, प्रज्ञा मिश्रा, समर राज समेत अन्यहाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र की इस घटना में पीडिता और उसकी माँ ने पहले ही दिन से आरोपों में विरोधाभास था। वहीं पीड़िता की हड्डी टूटने से लेकर जीभ कटने तक झूठ फैलाया गया। यह मामला प्रेम प्रंसग की वजह से दो परिवार में झगड़े का था, युवती के साथ गैंगरेप नहीं हुआ था।
34. यूपी के सीतापुर में एक और ब्राह्मण साधु मनिराम दास की हत्या कर दी गयी।अभिषेक पाण्डेयसीतापुर के रामकोट थाना इलाके में मंदिर के महंत मनिराम दास की हत्या उसकी प्रेमिका गंगादेवी ने की थी। महिला महंत के बार-बार घर आने और जबरन संबंध बनाने से परेशान थी। जिसके बाद उसने अपने बेटे सोनू के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।
35. उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक और ब्राह्मण सुनील पांडेय की हत्या।रोली तिवारीगोंडा के थाना तरबगंज क्षेत्र में पुष्पेन्द्र पांडेय उर्फ सुनील की हत्या उसके मामा संतोष चौबे ने जमीन विवाद को लेकर की थी।
36. फिरोजाबाद में ब्राह्मण दरोगा दिनेश मिश्रा की हत्या कर दी गयी।सौरभ तिवारीफिरोजाबाद के थाना अरांव क्षेत्र में दिनेश मिश्रा की हत्या उनके नौकर धीरज शर्मा ने की थी। धीरज दो महीने की सैलरी न मिलने से नाराज था। पैसे न होने के चलते वह अपनी बेटी की फीस भी नहीं दे पा रहा था। शराब के नशे में उसने वारदात को अंजाम दिया।
37. फिरोजाबाद में पुजारी विजय दीक्षित की हत्या, आखिर ब्राह्मणों से दिक्कत क्या हैसनातनी ब्राह्मणी, पंडित शिवमफिरोजाबाद के कुशवाहा नगर में विजय दीक्षित की हत्या सुशील उर्फ छोटे ने की थी। पुजारी नशे के लिए रोज उससे पैसे मांगता था। पैसे न देने पर गालीगलौज करता था। रविवार को वह पड़ोसी के घर में आयोजित मंडप में गया था। इसके बाद दोनों ने शराब पी। शराब पीने के बाद दोनों में मारपीट हुई। इसी दौरान उसने पुजारी की हत्या कर दी।
38. यूपी में ब्राह्मण हत्या का सिलसिला, दो सगे भाई अनिल मिश्र और उनके सुरेंद्र मिश्र की हत्या।रोली तिवारीअंबेडकरनगर के राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र में दोनों भाइयों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी अमित सिंह व उसके पिता जगदंबा सिंह समेत भरत यादव, नागेंद्र पांडेय, राजीव पांडेय, डब्लू पांडेय कुल 10 लोगों को आजीवन कारावास की सजा हुई है। प्रधानी की रंजिश में वारदात को अंजाम दिया गया था।
39. यूपी की धरती ब्रह्महत्या से हुई लाल। ग्रेटर नोएडा में विराट शर्मा और अरुण त्यागी की हत्या कर दी गई।ब्राह्मण चेतना परिषदग्रेटर नोएडा में डालचंद्र शर्मा उर्फ विराट और अरुण त्यागी की हत्या की वारदात को सुरेश शर्मा ने अपने भतीजे मोहित शर्मा के साथ मिलकर की थी। इसके लिए शूटर्स हायर किए गए थे। मोहित ने अपने भाई कृष्ण की हत्या का बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था।
40. ब्राह्मण हत्याओं का दौर जारी है। लखनऊ में भारतीय रेलवे सेवा के बड़े अधिकारी आरडी वाजपेयी की पत्नी व बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गयी।अभिषेक शुक्ला, सोनू पांडेय, इंडिया अवाक्डलखनऊ की रेलवे कॉलोनी गौतमपल्ली में आरडी बाजपेई की पत्नी और बेटे की हत्या उनकी ही बेटी ने की थी। वो मानसिक तौर पर बीमार थी।
41. लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता अमन बाजपेई की गोली मारकर हत्या, योगी जी का ब्राह्मण मुक्त यूपी करने का पूरा प्लान है।दिनेश शर्मा, शुभम शुक्ला, हर्षदीप त्रिपाठीलखीमपुर खीरी के गोला कस्बे में अमन बाजपेई की हत्या जमीनी विवाद के चलते उसके चाचा कुलदीप बाजपेई ने की थी।
42. यूपी के ब्राह्मणों को चुन चुन कर मार दो, अमेठी में सूर्य प्रकाश मिश्रा के पिता की हत्या कर दी गयी।रोली तिवारी मिश्रा, नीतू तिवारी, दीपक दीक्षित, प्रीति चौबे, अमेठी के संग्रामपुर थाना क्षेत्र में सैनिक के पिता राजेन्द्र मिश्रा की हत्या जमीन विवाद में हुई थी। इस मामले में शामिल 5 आरोपियों अशोक कुमार शुक्ला, वागीश शुक्ला, चंद्रभान शुक्ला, गौरव शुक्ला, वागीश शुक्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।

सुनयोजित तरीके से फैलाई जा रही फेक न्यूज
भारत की आबादी लगभग 140 करोड़ पहुंच चुकी है। देश के तमाम राज्यों में अपराधिक घटनाएँ होती हैं, यह एक बड़ी समस्या है। इसमें हर जाति वर्ग के लोग शामिल होते हैं, यह भी सच है कि कई वारदातों में लोगों को उनकी जाति की वजह से निशाना बनाया जाता है और सामाजिक समरसता के लिए ऐसे मामलों के खिलाफ आवाज उठाना हर व्यक्ति का नैतिक दायित्व है। लेकिन उत्तर प्रदेश की इन तमाम घटनाओं में से किसी में भी वारदात की वजह जाति नहीं था। इसके बावजूद यहाँ जाति को मुद्दा बनाया गया, ऐसा प्रतीत होता है कि किसी उद्देश्य के मद्देनजर सुनयोजित तरीके से लोगों को जाति के नाम पर भड़काया जा रहा है। इस तरह की भ्रामक और गलत सूचनाएं एक बड़ी आबादी तक पहुँच रही हैं। यह सिर्फ सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स तक सीमित नहीं हैं।

सबसे बड़ी बात कि ज्यादातार मामलों में पीड़ित और आरोपी पक्ष एक ही जाति से थे। सीतापुर में कमलेश मिश्रा की हत्या में उसी की जाति के लोग शामिल थे। आजमगढ़ में प्रभात मिश्रा की हत्या उसके चाचा ने की थी। हाथरस में अशोक पाराशर की हत्या में भी मुख्य आरोपी समेत कई लोग ब्राहमण वर्ग से हैं। इसी तरह मथुरा में राहुल गोस्वामी को संजय शर्मा ने गोली मारी थी। लखनऊ में पुजारी की हत्या उनके बेटे ने की। सीतापुर में पुजारी संकुल मिश्रा को रामदेव बाजपेई ने मारा। प्रतापगढ़ में पिता दयाशंकर मिश्रा एवं बेटे आनंद आनन्द मिश्र की हत्या में आरोपी चंद्रमणि मिश्र था। इसी तरह सुल्तानपुर, अमेठी, भदोही समेत तमाम जिलों की घटनाओं में हत्या की वजह जाति नहीं थी, साथ ही आरोपी भी पीड़ित की जाति का निकला। कई मामलों में तो वारदात को परिवार के सदस्यों ने ही अंजाम दिया है, ऐसे मामलों को भी जातिगत रंग दिया गया।

यूपी की राजनीति में अहम है ब्राह्मण
प्रदेश की राजनीति में ब्राह्मण मतदाता करीब 12 से 14 प्रतिशत माना जाता है। इसमें करीब 115 सीटें ऐसी हैं, जिनमें ब्राह्मण समाज का अच्छा प्रभाव है। इसीलिए बड़े पैमाने पर राजनैतिक दलों द्वारा प्रबुद्ध वर्ग, ब्राह्मण सम्मेलन किए जाते हैं। भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित की जाती है। साल 2017 के चुनाव में बीजेपी से सबसे ज्यादा 58 ब्राह्मण विधायक बने, इससे पहले तक बीजेपी से जीते ब्राह्मणों की संख्या 20 से ज्यादा नहीं बढ़ी थी।

2002-2012 तक तो बीजेपी से जीतने वाले ब्राह्मणों की संख्या दहाई का अंक भी नहीं छू पाई थी। 2012 के चुनाव में सपा से सबसे ज्यादा 21 ब्राह्मण जीतकर आए थे जबकि इससे पहले यह आंकड़ा 11 तक ही सिमटा रहा है। कांग्रेस 90 के बाद से दहाई का अंक कभी क्रॉस नहीं कर सकी। वहीं 2022 में ब्राह्मण बिरादरी के 52 विधायक जीतकर पहुंचे हैं। इनमें 46 ब्राह्मण विधायक बीजेपी गठबंधन के हैं। विधानसभा में बिरादरी के नजरिये से ब्राह्मण विधायकों की संख्या सबसे ज्यादा है।

यह आंकड़े बताते हैं कि बीते चुनावों से ब्राह्मण समाज का एक बड़ा वर्ग भाजपा के साथ है। संभवतः इसी को ध्यान रखकर प्रदेश सरकार को नुकसान पहुँचाने के लिए एक सुनयोजित मंशा के तहत फेक न्यूज फैलाई जा रही हैं।

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