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16 Apr 2025, Wed

गुजरात में हिंदीभाषियों पर हमले की वायरल खबर 7 साल पुरानी है

महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों में मराठी भाषा को लेकर विवाद देखने को मिल रहा था। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के कार्यकर्ता मराठी न बोल पाने वालों के साथ कथित तौर पर मारपीट अरु धमकीबाजी कर रहे थे। एमएनएस ने दूसरे राज्यों के प्रवासी लोगों को निशाना बनाया। इस बीच सोशल मीडिया में लोग दावा कर रहे हैं कि गुजरात में भी हिन्दीभाषी लोगों पढ़ हमले हुए हैं, इस सम्बन्ध में बीबीसी की एक खबर का स्क्रीनशॉट वायरल है। हालाँकि यह खबर करीबन 7 साल पुरानी है।

बोल महाराष्ट्र ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘गुजरात से इन उत्तर भारतीयों को पीट-पीट कर भगा दिया गया, तब इनमें से कोई ‘हिंदू’ नहीं जागा। इन्हीं के उत्तर प्रदेश से गुजरात के नरेंद्र मोदी को ये लोग जितवाते हैं, तब ये कोई सवाल नहीं पूछते। ये सिर्फ़ महाराष्ट्र के मराठी आदमी और राज ठाकरे का ही विरोध करते हैं।’

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने गूगल सर्च किया तो बीबीसी की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। 7 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर के पास धुंधर गांव में 14 महीने की बच्ची के साथ बलात्कार किया गया। 28 सिंतबर 2018 की इस घटना के मामले में फैक्ट्री में काम करने वाले 19 वर्षीय रविन्द्र गोंडे को गिरफ्तार किया गया है। रवींद्र फैक्ट्री के सामने एक फूड स्टॉल पर नाश्ता और चाय लेने जाता था। पुलिस के अनुसार, रविन्द्र दुकान के पास सो रही बच्ची को खेत में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद रवींद्र फरार हो गया।

रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी रवींद्र गोंडे की गिरफ्तारी के बाद गुजरातियों और गैर-गुजरातियों के बीच विभाजन पैदा हो गया है। सोशल मीडिया पर नफरत भरे संदेश इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं। इस क्षेत्र में गुजरात के बाहर से आए करीब डेढ़ लाख लोग रहते हैं। एक लड़की से बलात्कार की घटना के बाद बाहर से आए लोगों पर हमले के 18 मामले सामने आए हैं। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग गुजरात छोड़ रहे हैं।

गुजरात के डीसीपी शिवानंद झा ने बीबीसी को बताया कि गुजरात के बाहर के लोगों पर हुए 18 हमलों के सिलसिले में 18 मामले दर्ज किए गए हैं। प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। राज्य रिजर्व पुलिस की 20 टीमें तैनात की गई हैं। अब तक 150 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। उन कारखानों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है जहां गुजरात के बाहर के लोग काम करते हैं। सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही धमकियों को लेकर साइबर सेल को भी सतर्क कर दिया गया है।

इसी मामले में बीबीसी की वेबसाइट पर एक और रिपोर्ट मिली। 10 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया गया है कि गुजरात के साबरकांठा ज़िले के हिम्मतनगर में कथित रूप से हुए बलात्कार के बाद यहां से बिहार-यूपी के लोगों का पलायन जारी है। इस बारे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से बात की और घटना पर चिंता व्यक्त की है। राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस मुद्दे पर कहा है कि जो भी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। रिपोर्ट में लिखा है कि यूपी-बिहार के लोगों पर हमला करने वालों के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्रवाई में कम से कम 361 लोग गिरफ़्तार किए गए हैं।

दावा हकीकत
गुजरात में हिंदीभाषी लोगों पर हमले हुए।वायरल बीबीसी की खबर करीबन 7 साल पुरानी है। आप्रवासियों पर हमले पर गुजरात सरकार ने एक्शन लिया था।

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