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18 May 2025, Sun

क्या पीएम मोदी ने कहा कि भारत में लोग हिंदू-मुसलमान करते हैं? न्यूज 24 का पोस्टकार्ड भ्रामक है

सोशल मीडिया पर मीडिया संस्थान न्यूज 24 का एक पोस्टकार्ड वायरल है। इसके मुताबिक पीएम मोदी ने अपने बयान में कहा कि मुसलमान आज पूरी दुनिया में बदल रहे हैं लेकिन भारत में लोग अभी भी हिंदू-मुस्लिम करते हैं। इस पोस्टकार्ड को लोग पोस्ट करते हुए पीएम मोदी की आलोचना कर रहे हैं।

मनीष तिवारी ने पोस्टकार्ड को एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘जो खुद हर स्पीच में 786 बार ‘हिंदू-मुसलमान’ बोलता है, वो अब हमें सेक्युलरिज़्म सिखा रहा है – वाह सर, ऑस्कर ले ही लीजिए!’

दिव्या कुमारी ने लिखा, ‘कुणाल कामरा या कोई भी दूसरा स्टैंडअप कॉमेडियन क्या ही कॉमेडी करेगा, एक देश एक कॉमेडियन ओनली मोदी’

अनिल यादव ने लिखा, ‘वाह मोदी जी वाह, आपकी यही अदा तो मुझे आपका मुरीद बनाती है’

इसके अलावा विकास बंसल, संत यादव, प्रिया पन्त, करिश्मा ने भी इसे पोस्ट किया है।

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे यह पोस्टकार्ड न्यूज़ 24 के एक्स हैंडल पर मिला। इसे 7 मई 2024 को पोस्ट किया गया था। इस पोस्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने यह बयान एक इंटरव्यू में दिया था। इससे यह बात स्पष्ट हो गयी कि वायरल पोस्टकार्ड पुराना है।

इसके बाद हमने पीएम मोदी के इस इंटरव्यू के सम्बन्ध में गूगल सर्च किया। हमें नवभारत टाइम्स में 8 मई 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। पीएम मोदी ने टाइम्स नाऊ के साथ इंटरव्यू में कहा, “मुस्लिम समाज आज पूरी दुनिया में बदल रहा है। जब मैं गल्फ देशों में जाता हूं, तो मुझे व्यक्तिगत तौर पर बहुत सम्मान मिलता है, भारत को भी सम्मान मिलता है। लेकिन यहां हमारे खिलाफ विरोध हो रहा है। आप सऊदी अरब में जाएं, वहां योगा अब आधिकारिक सिलेबस का हिस्सा है। लेकिन भारत में आप इसे हिंदू-मुसलमान का मुद्दा बना देते हैं। गल्फ के अमीर लोग मुझसे पूछते हैं कि योगा कैसे करें, उनके परिवार के लोग भारत आकर योगा सीख रहे हैं। यहां, आपने योगा को ही हिंदू-मुसलमान का मुद्दा बना दिया है।”

पड़ताल को आगे हमे यूट्यूब पर टाइम्स नाउ चैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू मिला । इंटरव्यू में 29 मिनट बाद टाइम्स नाउ के पत्रकार सुशांत सिन्हा पीएम मोदी से पूछते हैं कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि आपने किसी भी योजना में हिंदू-मुसलमान का भेदभाव नहीं किया। घर गरीब को मिलना है, गरीब कोई भी हो सकता है। लेकिन 2002 से लेकर आज 2024 हो गया है। हम और आप किसी सामान को खरीदने जाएंगे, तो 2-3 साल बाद नहीं खरीदेंगे, कुछ नया ट्राई कर लेंगे। लेकिन 22 साल से मुसलमान यह कैसे मानता आ रहा है कि मोदी आएंगे तो मुसलमानों को खत्म कर देंगे?

इसके जवाब में पीएम मोदी कहते हैं कि करीब 25 साल हो गए मुझे हेड ऑफ द गवर्नमेंट के तौर पर काम करते हुए और गुजरात में आपको मालूम होगा कि शायद 18-20वीं सदी से गुजरात में हर 10 साल में 7 साल दंगे होते थे। 2002 के बाद गुजरात में एक भी दंगा नहीं हुआ। गुजरात में मुसलमान आज भी हैं, चाहे वो वोट दें या न दें। दूसरी बात, पहली बार मैं इन विषयों पर बोल रहा हूँ। मैं मुस्लिम समाज को, उनके पढ़े-लिखे लोगों से कह रहा हूँ कि आत्ममंथन कीजिए, सोचिए। देश इतना आगे बढ़ रहा है, अगर आपके समाज में कोई कमी महसूस हो रही है, तो क्या कारण है? सरकार की व्यवस्थाओं का लाभ कांग्रेस के समय आपको क्यों नहीं मिला? क्या कांग्रेस के कार्यकाल में आप इस दुर्दशा के शिकार हुए हैं? आत्ममंथन कीजिए और एक बार निर्णय लीजिए। आप सत्ता पर किसे बिठाएंगे या उतारेंगे, उसमें आप अपने बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं।

पीएम मोदी आगे कहते हैं कि मुस्लिम समाज पूरी दुनिया में बदल रहा है। जब मैं गल्फ देशों में जाता हूँ, तो मुझे व्यक्तिगत रूप से और भारत को बहुत सम्मान मिलता है लेकिन हमारे यहां विरोध हो रहा है। अब सऊदी अरब में योगा ऑफिशियल सिलेबस का विषय है। अगर मैं यहां योगा की बात करता हूँ तो आप इसे एंटी-मुस्लिम बताते हैं। मैं जब गल्फ के देशों में जाता हूँ तो अमीर लोग जो हमारे साथ बैठते हैं, लंच या डिनर में मुझसे योगा के बारे में पूछते हैं— ‘मोदी जी, इसका ऑफिशियल ट्रेनिंग लेना हो, तो क्या करना चाहिए?’ कोई कहता है, ‘मेरी पत्नी इंडिया जाकर योगा सीखती है, साल के दो महीने वहीं रहती है।’ उनके परिवार के लोग आते हैं। लेकिन यहां आपने उसको हिंदू-मुसलमान का मुद्दा बना दिया, योग को भी। मैं मुस्लिम परिवारों से आग्रहपूर्वक कह रहा हूँ कि कम से कम अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचो। अपना भविष्य तो सोचो। मैं नहीं चाहता कि कोई परिवार बंधुआ मजदूर की तरह जीवन जीए, क्योंकि कोई उन्हें डरा रहा है।

दावा हकीकत
पीएम मोदी ने कहा कि मुसलमान आज पूरी दुनिया में बदल रहे हैं लेकिन भारत में लोग अभी भी हिंदू-मुस्लिम करते हैं।पीएम मोदी ने कहा था कि मुस्लिम समाज पूरी दुनिया में बदल रहा है। अगर मैं यहां योगा की बात करता हूँ तो आप इसे एंटी-मुस्लिम बताते हैं लेकिन यहां आपने उसको हिंदू-मुसलमान का मुद्दा बना दिया, योग को भी।

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