हरियाणा के नूंह में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा पर हमले के बाद माहौल तनावपूर्ण है। हिंसा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है, सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई, साइबर थाने पर भी हमला किया गया। इसके अलावा एक मंदिर में लोगों को बंधक बनाया गया। पुलिस की दखल के बाद लोगों को वहां से निकाला गया। इस बीच ऑल्ट न्यूज के फैक्ट चेक पत्रकार मोहम्मद जुबैर ने एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में पत्रकार ने पूछा कि चारों तरफ से पत्थरबाजी हो रही थी, जवाब में पुजारी ने कहा कि मंदिर के अंदर ऐसा कुछ नहीं हुआ, जो हुआ मंदिर के बाहर हुआ, थोडा शौर-शराबा था, माहौल खराब था।
एक यूजर ने पत्रकार नूपुर शर्मा के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि इस घिनौनी औरत और उसकी घटिया स्तर की पत्रकारिता पर कभी भरोसा न करें। मंदिर के पुजारी ऑन रिकॉर्ड साफ कह रहे हैं कि मंदिर पर कोई पथराव नहीं किया गया.
Never trust this vile aurat and her poOP level journalism.
The priest of the temple is clearly saying on record that no stones were pelted at the Temple. pic.twitter.com/AD7KNvC1SM
— Z (@pindropviolence) August 1, 2023
हैरानी की बात है कि मोहम्मद जुबैर इस वीडियो का फैक्ट चेक करना भूल गए और संभवतः अपने एजेंडे के अनुरूप इसे रिट्वीट किया।
इसी वीडियो को ट्वीट करते हुए अमरेश मिश्र ने लिखा कि नीचे नलहर मंदिर, #Nuh के पुजारी का इंटरव्यू है। @VHPDigital की गैर सनातनी, सशस्त्र भीड़ दंगे के पहले इस ओर बढ़ रही थी। कहा गया कि मंदिर मे हजारों हिंदू फंसे हैं, मुस्लिम पथराव कर रहे हैं। इस खबर के बाद इमाम साद कि गुड़गांव मे हत्या हुई। पर पुजारी ने कहा मंदिर पर पथराव नही हुआ!
नीचे नलहर मंदिर, #Nuh के पुजारी का इंटरव्यू है। @VHPDigital की गैर सनातनी, सशस्त्र भीड़ दंगे के पहले इस ओर बढ़ रही थी। कहा गया कि मंदिर मे हजारों हिंदू फंसे हैं, मुस्लिम पथराव कर रहे हैं। इस खबर के बाद इमाम साद कि गुड़गांव मे हत्या हुई। पर पुजारी ने कहा मंदिर पर पथराव नही हुआ! pic.twitter.com/OuwgoJorTP
— @Misra_Amaresh (@misra_amaresh) August 2, 2023
मुहम्मद हुसैन ने लिखा कि हरियाणा के मेवात-नूंह इलाके के मुसलमानों पर आरोप लगाया जा रहा की मुसलमानों द्वारा #मंदिर पर पत्थरबाज़ी की गई, लेकिन #मंदिर के #पुजारी खुद बता रहे हैं कि मुस्लिम समुदाय के किसी भी शख्स ने #मंदिर पर पत्थरबाजी नहीं की!! इसके अलावा आबिद शेख ने लिखा कि #नूह_हिंसा में मुसलमानों पर आरोप लगाया जा रहा की मंदिर पर पत्थरबाज़ी की गई! लेकिन मंदिर के पुजारी इस बात से इंकार कर रहे हैं। झूठ कितना भी बड़ा हो सच के सामने टिक नहीं पाता! नूह हिंसा में साफ दिखा है की भगवाधारी किस तरह हथियार लेकर सड़को पर उत्पात मचा रहे।
#नूह_हिंसा में मुसलमानों पर आरोप लगाया जा रहा की मंदिर पर पत्थरबाज़ी की गई! लेकिन मंदिर के पुजारी इस बात से इंकार कर रहे हैं।
झूठ कितना भी बड़ा हो सच के सामने टिक नहीं पाता!
नूह हिंसा में साफ दिखा है की भगवाधारी किस तरह हथियार लेकर सड़को पर उत्पात मचा रहे। #MuslimsUnderAttack pic.twitter.com/uREQEdRs6j— Abid Sheikh (@imabidsheikh1) August 1, 2023
अक्सर फेक न्यूज फैलाने में माहिर सदफ आफरीन ने ट्वीट कर लिखा कि हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा था कि नूह की एक शिव मंदिर मे 4000 लोगो को बंधक बना लिया गया है! इस दावे को शिव मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने खारिज कर दिया है! उन्होंने कहा– ” सावन के महीने में हर सोमवार को पूजा करने के लिए वहां ज्यादा श्रद्धालु आते हैं! उस दिन बाहर हिंसा हो रही थी, तो मंदिर के अंदर पूजा करने वाले लोग घबरा गए थे! उन्हें किसी ने बंधक नहीं बनाया था, वे सब बाहर की हिंसक माहौल से घबरा कर तनाव में मंदिर के अंदर ही रुके हुए थे ”
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा था कि नूह की एक शिव मंदिर मे 4000 लोगो को बंधक बना लिया गया है!
इस दावे को शिव मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने खारिज कर दिया है!
उन्होंने कहा– ” सावन के महीने में हर सोमवार को पूजा करने के लिए वहां ज्यादा श्रद्धालु आते हैं!
उस दिन बाहर हिंसा… pic.twitter.com/BRgezBOrAN
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) August 2, 2023
क्या है हकीकत? पड़ताल में हमे वायरल वीडियो का पूरा हिस्सा लल्लनटॉप के यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो में पत्रकार ने जब घटनाक्रम के बारें में पूछा तो पुजारी दीपक शर्मा ने बताया कि मै मंदिर के अंदर था। जब पत्रकार ने पूछा कि क्या लोगों ने मंदिर को घेरा हुआ था तो जवाब में पुजारी ने कहा कि इस बारें में हमे नहीं पता, क्योंकि हमे बाहर आने के लिए मना किया था। श्रद्धालु आ-जा रहे थे। मैं बाहर नहीं गया।
इसके बाद पत्रकार ने पूछा कि कई तस्वीरें, वीडियो आईं, लोग बता रहे थे इधर-उधर से पत्थरबाजी हो रही थी। जवाब में पुजारी ने कहा कि मैं फिर से कहना चाहता हूं कि मैं बाहर नहीं आया। मैं एक पुजारी हूं। हम अंदर ही रहते हैं। जब उनसे पूछा गया कि उन्हें अंदर रहने के लिए क्यों कहा गया, तो उन्होंने कहा कि वहां लगभग 4,000 लोग फंसे हुए थे, जिनमें बहन-बेटियां भी शामिल थीं। अंदर रहना ही बेहतर था।
वीडियो ने अंत में पत्रकार ने फिर वही सवाल करते हुए कहा कि कुछ पत्रकार यहाँ फंस गए थे, वो बता रहे थे कि चारों साइड से पत्थरबाजी हो रही थी, जवाब में पुजारी ने कहा कि मंदिर के अंदर ऐसा कुछ नहीं हुआ, जो हुआ मंदिर के बाहर हुआ, थोडा शौर-शराबा था, माहौल खराब था।
जाहिर है कि मंदिर के पुजारी बाहर न आने की वजह से घटनाक्रम से अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं। इसके बाद हमे लल्लनटॉप के एक अन्य रिपोर्ट में मंदिर पर हुए हमले का जिक्र है। इस रिपोर्ट में मंदिर मार्ग पर जले हुए वाहनों, पथराव और टूटी हुई कांच की बोतल नजर आ रही हैं। इस रिपोर्ट में मंदिर में हलवाई का काम करने वाले शख्स ने बताया कि पहाड़ के ऊपर से फायरिंग हो रही थी, उन्होंने कहा कि वे घंटों तक मंदिर के अंदर फंसे रहे, पुलिस ने बाहर निकाला।
पड़ताल में मंदिर परिसर में हुए हमले का वीडियो मिला, इस वीडियो में पहाड़ों से हो रही फायरिंग की आवाज स्पष्ट सुनी जा सकती है।
सुनिए गोलियों के आवाज़, पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे, जनाब ये पाकिस्तान नहीं हरियाणा का मेवात इलाक़ा है, दंगाई पूरी प्लानिंग से आये थे, नूँह में दंगाइयों ने मंदिर को चारों तरफ़ से घेर लिया था, मंदिर के चारों ओर पहाड़ी पर चढ़ गये थे दंगाई, पहाड़ी से हिंदुओ पर गोलीयाँ चलाई जा रही… pic.twitter.com/kFJX2lCXyj
— Vikas Bhadauria (@vikasbha) August 3, 2023
हमे एक और वीडियो मिला। इस वीडियो में हमलावर भीड़ पहाड़ियों में नजर आ रही है। घटनास्थल पर मौजूद एक शख्स ने इस वीडियो को अपने मोबाइल में कैद किया है।
देखिए कैसे उस मंदिर तक मेवात के आतंकियों की भीड़ पहाड़ो पर घात लगा कर बैठे थे।
जिस नल्लहड़ शिव मंदिर में हज़ारो महिला बच्चे बुजुर्ग छुप कर बैठे थे।
मंदिर तक पहुँचने की भरसक कोशिश कर रहे थे।
कुछ पहुँच भी गए थे। pic.twitter.com/KBKE0RGYqO
— सुधांशु त्रिवेदी • SUDHANSHU TRIVEDI 🇮🇳 PARODY (@Sudanshutrivedi) August 2, 2023
इसके बाद हमे बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के ट्वीटर हैंडल पर एक वीडियो भी मिला। इस वीडियो में पुलिस प्रशासन मंदिर में फंसे हुए लोगों को बाहर निकालती हुई नजर आ रही है।
जैसे कभी जान बचा कर पाकिस्तान से भागे थे , कल औरतों बच्चों को मेवात से भागना पड़ा
भारत का आर्थिक केंद्र गुरुग्राम आज आतंक के साये में है
पूरे गुरुग्राम में बच्चों के स्कूल कॉलेज सब बंद हैं
घायल पुलिस अधिकारी अस्पतालों में भर्ती है
जो अलग देश लेकर भी खुश नहीं, हम उन्हें कभी… pic.twitter.com/k4LyxittIG
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) August 1, 2023
पड़ताल में हमे ADG ममता सिंह का वीडियो भी मिला। इंडिया टीवी से बात करते हुए ADG ने बताया कि जब मंदिर पहुंची तो चारों तरफ से फायरिंग हो रही थी, हमने भी जवाबी फायरिंग की।
She is ADG Mamta Singh, she was present inside the temple when Hindus were attacked by Islamists.
She made sure all 2500 hindus were rescued safely..
This video punctures the propaganda peddled by @thewire_in, @khanumarfa
and @zoo_bear pic.twitter.com/Od3STdK6SY— Rohit_Live (@Rohit_Live007) August 3, 2023
हमे इस मामले में जनपद नूंह के सदर थाना क्षेत्र में दर्ज एफआईआर की कॉपी भी मिली। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में मुकुल कथूरिया ने अपनी शिकायत में बताया है कि मै नल्हड़ शिव मंदिर में तैनात था, इसी दौरान धर्म विशेष के 800-900 लोगों की भीड़ आ गयी। उन्होंने अपनी शिकायत में आगे बताया है कि इन लोगों के पास लाठी, डंडे, अवैध हथियार थे और अल्लाह हू अकबर का नारा लगा रहे थे। इन लोगों ने यात्रा रोकने के लिए मंदिर के पास आकर पथराव किया। मैंने जब इन्हें रोकने की कोशिश की तो यह लोग अल्लाह हू अकबर बोलते हुए मंदिर को बढ़ने लगे। इन्होने मेरे और मंदिर में भक्तजनों के ऊपर पथराव किया, फायरिंग की जिसमे हम बाल बाल बच गए। हमलावरों ने मंदिर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
एफआईआर कॉपी |
इस मामले में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147, 148, 149, 323, 332, 353, 186, 188, 295ए, 153ए, 452, 427, 307 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के तहत आदिल, तमिल, अरसद, अज़हरुद्दीन, कासिर, सकील, जुनैद, सलामुद्दीन, इकबाल, आज़ाद, इलियास, अकबर, राहुल पुत्र जूना, सलीम, इक्का उर्फ काला, तौहीद, याहय, जावेद समेत अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
नल्हड़ शिव मंदिर पर हुए हमले के मामले में हमे दैनिक जागरण पर प्रकाशित एक रिपोर्ट भी मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि नूंह जिला में कई ऐसे परिवार के जिनके घर के सदस्य नल्हड़ स्थित शिव मंदिर में फंसे उन तीन हजार लोगों में शामिल थे जो चारों ओर से उपद्रवियों से घिरे थे। वह मंदिर परिसर तथा अरावली पहाड़ी के पत्थरों की पीछे बैठे और परिसर को चारों ओर से घेरे उपद्रवी पत्थर चला रहे थे। बीच-बीच में अवैध हथियारों से गोली भी चलाई जा रही थी।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर में भीड़ ने हमला किया था। इस भीड़ ने पत्थरबाजी और फायरिंग भी की।
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