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20 Jun 2025, Fri

‘Iran Stop the war, we are sorry’…. इजरायली नागरिकों के प्रदर्शन का यह वीडियो असली नहीं, AI जेनरेटेड है

इजराइल और ईरान के बीच सातवें दिन लड़ाई काफी घमासान हो गई।  मिसाइल, ड्रोन और हवाई हमलों से दोनों देशों की जमीन थर्रा रही है।  हर तरफ चीख पुकार मची है। इस बीच सोशल मीडिया में एक वायरल है, इस वीडियो में लोगों की भीड़ ईरान से युद्ध रोकने और माफी मांगने जैसे नारें लगा रहे हैं। हालाँकि ये एक एआई जेनरेटेड वीडियो है।

सदफ आफरीन ने लिखा, ‘ईरान युद्ध रोक दो! हम माफ़ी मांगते है! हम शांति चाहते है” ~ ये इसराइल की जनता कह रही है! ईरान पर पहले हमला कर के उसे उकसाने वाला इसराइल अब माफ़ी मांग रहा है!’

एक पत्रकार कविश अजीज ने अपने समाचार हैंडल ‘The News Basket’ से लिखा, ‘फिलिस्तीन पर कब्ज़ा करने करने के लिए इसराइल ने उनके घर को मलबे में बदल दिया… उनके हाथ से खाना छीन लिया…. और आज इजरायल की जनता ईरान के सामने हाथ फैलाए खड़ी है’

विनय दुबे ने लिखा, ‘इजराइल तो अभी से मु-त-ने लगा.. कोई हंसेगा नही साला आज इजराइली समर्थक अंडुलो पर’

दिव्या कुमारी ने लिखा, ‘अब इजराइल युद्ध बंद करने की भीख मांगने लगा’

Mr cool ने लिखा, ‘ये वही इसराइल की जनता जिसने मासूम Gaza और Palestine के बच्चों के क़त्ल पर जश्न मना रहीं थीं अब जब खुद मारे जा रहे हैं तो कह रहे हैं ईरान मुझे माफ़ कर दो … क्या वाकई ये लोग माफ़ी के लायक है?’

इसके अलावा जेहरा, रविश कुमार पैरोडी, Harvee, आफरीन ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है

क्या है हकीकत? पड़ताल में हमने सबसे पहले इस सम्बन्ध में गूगल सर्च किया तो इजरायली नागरिकों द्वारा इस तरह प्रदर्शन की कोई प्रमाणिक खबर नहीं मिली। इसके बाद हमने इस वीडियो के अलग अलग स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स सर्च किया तो यह वीडियो हमे टिकटोक पर ‘just_disciplin3d’ अकाउंट पर मिला।

TikTok पर मौजूद वीडियो

इस वीडियो में नीचे कोर्नर में ‘Veo’ वाटरमार्क लगा हुआ है। हमने इस सम्बन्ध में गूगल सर्च किया तो पता चला कि Veo की मदद से AI वीडियो बनाए जाते हैं। ये एक Text-to-Video मॉडल है जिसे Google DeepMind ने विकसित किया है। इस नया वर्ज़न Veo 3 मई 2025 में जारी हुआ था, अब वीडियो के साथ साथ ऑडियो भी जेनरेट करने में सक्षम है। यह Vertex AI, Gemini Pro/Ultra, और Canva AI जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स पर उपयोग के लिए उपलब्ध है।

Veo

इसके अलावा वायरल वीडियो कुछ बातें ध्यान देने लायक हैं,

  • आंखें अजीब कई लोगों की आंखें या तो आकार में असंतुलित हैं या आंखें एक सी दिशा में नहीं देख रहीं। कुछ की पुतलियाँ ठीक से डिटेल नहीं हैं।
  • हाथों और उंगलियों का आकार गड़बड़ कई लोगों के हाथों की उंगलियाँ अत्यधिक लंबी या अस्वाभाविक मुद्रा में हैं। एक महिला (बाईं ओर, सफेद टीशर्ट में) की मुट्ठी बहुत ही असामान्य दिखती है।
  • फेसियल एक्सप्रेशन में सिंक्रनाइज़ेशन लगभग हर व्यक्ति एक जैसी ‘चिल्लाने’ की मुद्रा में है, जो स्वाभाविक नहीं लगता। वास्तविक जीवन में इतने लोगों के चेहरे इतने समान एक्सप्रेशन नहीं दिखाते।
  • झंडों की बनावट और फ्लो गड़बड़ इजरायली झंडों की लहराहट एक-दूसरे से मेल नहीं खा रही, जैसे किसी ने उन्हें अलग-अलग लेयर में जोड़ दिया हो।
  • पोस्टर की लिखावट में गड़बड़ी बैकग्राउंड में जो प्लेकार्ड्स हैं, उनमें हिब्रू और अंग्रेज़ी की लिखावट आड़ी-तिरछी और अस्पष्ट है, ‘STOP the PEACE PARABIK’ — इसमें आखिरी शब्द का कोई मतलब नहीं बनता।
  • भीड़ की गहराई में चेहरे अस्पष्ट जो लोग पीछे की पंक्तियों में हैं, उनके चेहरे या तो पूरी तरह डिटेललेस या मिलते-जुलते हैं।
प्रदर्शन में आखों, चेहरों के भाव

हमने इस वीडियो के स्क्रीनशॉट को ‘Hive Moderation‘ पर सर्च किया। यह टूल जांचता है कि कोई इमेज, वीडियो या ऑडियो AI से जनरेट किया गया है या नहीं। Hive Moderation के अनुसार यह इमेज लगभग 97.2% संभावना के साथ AI-जनरेटेड है। इससे यह स्पष्ट है कि यह विरोध प्रदर्शन असली नहीं है, बल्कि AI द्वारा बनाया गया नकली दृश्य है।

AI
दावाइजरायली नागरिकों सड़कों पर ईरान से युद्ध रोकने की मांग कर रहे हैं, माफी मांग रहे हैं।
निष्कर्षयह वीडियो असली नहीं, बल्कि एआई जेनरेटेड है।

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